रांची (ब्यूरो)। रमेश साहू नामक युवक के कंधे पर चोट पर आई है। यह चोट उसे रोड एक्सीडेंट के कारण लगी। इसके पीछे की वजह रोड में खोदे गए गड्ढे थे। रिम्स में अपना इलाज करा रहे रमेश ने बताया कि बुधवार की रात क्लब रोड से होते हुए पीपी कंपाउंड स्थित अपने घर जा रहा था। रोड खाली होने के कारण गाड़ी की स्पीड भी 40 से 50 के बीच थी। इसी बीच गोस्सनर कॉलेज के पास अचानक गड््ढा आ गया। बाइक का पहिया उसमें घुसा और रमेश रोड पर गिर गए। कंधे पर गंभीर रूप से चोट लगी। रमेश की ही तरह कई लोग हर दिन रोड एक्सीडेंट के शिकार हो रहे हैं। रोड में किए गए गड्ढों की वजह से ये दुर्घटनाएं हो रही हैं। राजधानी रांची की सड़कों पर एक बार फिर गड्ढा दिखने लगा है। यह गड्ढा बारिश या रोड के पुराने होने की वजह से नहीं हुआ है। बल्कि नए और चकाचक रोड को जान बूझ कर गड्ढा कर छोड़ दिया गया है। जिससे हर रोज सड़क पर हादसे हो रहे हैं। ज्यादातर दुर्घटनाएं रात के अंधेरे में हो रही हैं। दुर्घटना में लोग चोटिल हो रहे हैं। किसी के हाथ तो किसी का पैर टूट रहा है। बुधवार की रात क्लब रोड में गड्ढे की वजह से बाइक सवार दो युवक सड़क पर गिर गए। दोनों को गंभीर चोट लगी है। इसी प्रकार रांची की कई सड़कों पर गड्ढा कर ऐसे ही छोड़ दिया गया। हरमू रोड जिससे होकर मुख्यमंत्री से लेकर अन्य मंत्रियों का कारवां हर रोज गुजरता है, लेकिन यहां भी यही हाल है। सबसे अहम बात तो यह है कि कुछ दिन पहले ही हरमू रोड की सड़क का कालीकरण किया गया था। इसके बाद सड़क मेें पाइपलाइन डालने के नाम पर गड्ढा कर दिया गया।
5 माह में 172 ने गंवाई जान
रांची और आसपास की सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। कहीं छोटा-मोटा रोड एक्सीडेंट होता है तो कहीं घायल व्यक्ति के बचने की संभावना ही कम रह जाती है। रोड एक्सीडेंट में सड़क के गड्ढे भी बड़ी वजह बनते हैं। पुलिस हेडक्वार्टर से मिली जानकारी के अनुसार बीते महीने में करीब 232 रोड एक्सीडेंट्स हुए हैं, जिसमें 123 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके अलावा किसी ने अपना हाथ गंवा दिया तो किसी के पैर टूट गए हैं। हालांकि, सभी एक्सीडेंट के पीछे की वजह गड्ढा नहीं है। रांची के पिस्का मोड़, हरमू रोड, क्लब रोड, पुरुलिया रोड, हिनू समेत अन्य इलाकों में सड़कों पर गड््ढा कर ऐसे ही छोड़ दिया गया है।
अलग-अलग काम के लिए गड्ढे
अलग-अलग काम के लिए सड़कों की खुदाई कर दी जाती है। गैस, पानी पाइपलाइन व ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए जगह-जगह सड़कें खोद दी गई हैं। कई जगह काम होने के बाद भी गड्ढे भरे नहीं गए। वहीं कुछ इलाकों में महीनों से पाइपलाइन डालने के लिए गड्ढा किया गया है। लेकिन न तो पाइपलाइन डाली गई और न ही गड्ढे भरे गए। अब यही गड्ढा दुर्घटना का कारण बन रहा है। एक महीना पहले करीब 50 करोड़ की लागत से शहर की अलग-अलग सड़कों पर बिटुमिन की परत चढ़ाई गई थी। रातू रोड, हरमू रोड, हरमू बाइपास से बिरसा चौक, हिनू, डोरंडा आदि स्थानों पर रोड का कालीकरण किया गया था। कुछ ही दिन में अब इन सड़कों पर फिर से गड्ढे नजर आने लगे हैं।
स्पॉट 1
पाइपलाइन बिछाने के लिए गाड़ीखाना चौक के समीप रोड में गड्ढा कर दिया गया है। यहां से हर रोड सैकड़ों स्कूली बच्चे गुजरते हैं। कभी भी हादसा हो सकता है।
स्पॉट 2
हरमू रोड वाल्मीकि नगर के सामने भी रोड पर गड्ढा कर छोड़ दिया गया है। आसपास के लोगों ने बताया कि गड्ढे की वजह से दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।
स्पॉट 3
क्लब रोड में गोस्सनर कॉलेज के समीप भी गड्ढा कर छोड़ दिया गया है। दो दिन पहले इसी गड्ढे की वजह से रोड एक्सीडेंट हुआ, जिसमें दो लोग घायल हो गए।