रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। एसएसपी, डीएसपी, एसपी का ट्रांसफर-पोस्टिंग होता रहता है। चंदन सिन्हा को राजधानी के पुलिस कप्तान बने एक महीने 14 दिन का वक्त हो चुका है। इस दौरान नवनियुक्त एसएसपी ने कई आदेश-निर्देश जारी किए। जिसका असर अपराधियों पर साफ तौर से देखा जा रहा है। अपराधी थर-थर कांपने लगे हैं। या यूं कहें कि सिटी के क्रिमिनल्स थरथराने लगे हैं, और इसी थर-थराहट में वे लोग वारदात को अंजाम दे दे रहे हैं। हाल के दिनों में सिर्फ चोरी-छिनतई ही नहीं, बल्कि मर्डर और रेप जैसे जघन्य अपराधों को भी अपराधियों ने अंजाम दिया है। एक ही दिन में अलग-अलग इलाकों में कई वारदातें हुई हैं। कहीं किसी पर फायरिंग तो कहीं किसी नाबालिग को हवस का शिकार बनाया गया है।
सुरक्षा को चुनौती
दुर्गा पूजा, छठ, दीपावली को देखते हुए पुलिस मैराथन बैठक कर रही है। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होने के बार-बार दावे किए जा रहे हैं। लेकिन एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम देकर क्रिमिनल्स पुलिस के सुरक्षा तंत्र को चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं। हफ्ते भर में चोरी, छिनतई, दुष्कर्म आदि सभी तरह के क्राइम सामने आ चुके हैं। हाल ही में हाईकोर्ट के जस्टिस के बॉडीगॉर्ड को भी गोली मार दी गई। वहीं, इसी हफ्ते इटकी थाना क्षेत्र में तीन लोगों पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी। तीनों की हालत गंभीर बनी हुई है। इधर, रांची पुलिस अपने कप्तान के निर्देश पर मॉक ड्रिल में व्यस्त है। उधर अपराधी वारदातों को अंजाम देने में जुटे हैं।
रांची पुलिस पर सवाल
राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्य की राजधानी रांची में दिनदहाड़े गोली चलाई जा रही है, तो कभी दुष्कर्म और छेड़़छाड़ को अंजाम दिया जा रहा है। स्कूली छात्राओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है। बीते दिनों कचहरी चौक पर कुछ मनचलों ने स्कूली छात्रा के साथ छेड़छाड़ कर दी, वहीं दो दिन पहले कचहरी चौक पर ही एक महिला के साथ र्दुव्यवहार किया गया। इधर, बरियातू थाना क्षेत्र में भी एक युवक-युवती की डेड बॉडी मिलने से सनसनी फैल गई थी। इस मामले में भी परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया है।
खौफ में आम लोग
बता दें कि बढ़ते आपराधिक मामलों को देखते हुए राजधानी वासियों में डर का माहौल है। लोगों का कहना है कि एक बार फिर अपराधी बेलगाम हो गए हैं। उन्हें ना तो पुलिस का डर है ना ही सरकार का, ऐसे में आम जनता से लेकर व्यापारी वर्ग तक में डर का माहौल है। राज्य की विपक्षी पार्टियां भी सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर रही हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार से प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था नहीं संभल रही है। पूरे राज्य में आपराधिक गतिविधियां चरम पर हैं।
बेखौफ हुए अपराधी
सिटी में अपराधी बेखौफ हैं। वे मर्डर जैसे कांड को अंजाम देकर आराम से निकल जा रहे हैं। पुलिस घटनास्थल पर सिर्फ कागजी कार्रवाई कर ड्यूटी पूरी कर लेती है। थाना में जान-माल की गुहार लगाने वालों को भी पुलिस सुरक्षा देने में विफल है। राजधानी में क्राइम कंट्रोल को लेकर पुलिस की चेकिंग भी हाई अलर्ट पर है। लेकिन वह भी सिर्फ कागजों पर है। धरातल पर सिर्फ खानापूर्ति ही हो रही है। अब चेकिंग व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि पुलिस किसी सूचना के आधार पर चेकिंग नहीं करती है। स्थान बदल-बदल कर चेकिंग करने के बजाय एक निश्चित स्थान पर पुलिस रात दस बजे तक चेकिंग करती है। इस दौरान भी सिर्फ नाम, पता पूछकर लोगों को छोड़ दिया जाता है।
हाल के दिनों में आपराधिक वारदात
20 अक्टूबर : हाईकोर्ट के जस्टिस के बॉडीगार्ड बलराम एक्का की गोली लगने से मौत, पुलिस कर रही मामले की जांच
20 अक्टूबर : कांके स्थित बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट के घर से 20 लाख की चोरी। तीन लाख कैश भी ले उड़े चोर।
20 अक्टूबर : हरमू चौक के समीप स्थित तालाब से निकला युवक का शव, हाथ और पैर बांधकर किसी ने फेंक दिया था।
19 अक्टूबर : इटकी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने ताबड़तोड़ बरसाई गोली, तीन लोग गंभीर। अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर।
18 अक्टूबर : इटकी के विंधानी स्थित पतरा में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, जंगल में ले जाकर आरोपियों ने बनाया हवस का शिकार।
12 अक्टूबर : बरियातू थाना क्षेत्र के मकान से युवक-युवती की डेड बॉडी बरामद, लड़की के परिजनों ने कराया मर्डर का मामला दर्ज।
05 अक्टूबर : धुर्वा डैम घूमने आई एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म, नाबालिग को जान से मारने की धमकी। एफआईआर के बाद पुलिस ने की कार्रवाई।
24 अक्टूबर : सुखदेव नगर थाना क्षेत्र स्थित किशोरगंज चौक के पास फायरिंग, विक्की नामक युवक को लगी गोली, अस्पताल में भर्ती।
अन्य क्राइम
पंडरा में फायरिंग
लापुंग में फायरिंग
घर के बाहर से स्कूटी चोरी
गाड़ी में रखा बैग चोरों ने उड़ाया
कोकर में मारपीट
कचहरी में युवती से छेड़छाड़
अपराधियों पर पुलिस की दबिश बढ़ी है। कई मामलों में पुलिस को सफलता भी मिली है। अपराधी किसी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे।
-चंदन कुमार सिन्हा, एसएसपी, रांचंी