रांची : राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों एवं लैब में रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से भी जांच की दर तय कर दी है। निजी अस्पताल या लैब इस मद में प्रति सैंपल अधिकतम 550 रुपये ही ले सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले राज्य सरकार ने आरटी-पीसीआर से जांच के लिए दर निर्धारित की थी। शुरू में इसके लिए प्रति सैंपल अधिकतम 2400 रुपये तय किए गए थे। बाद में जांच किट सस्ती होने के कारण यह दर घटाकर 1500 रुपये कर दी गई है।
जांच की अनुमति
स्वास्थ्य सचिव डा। नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा है कि आइसीएमआर तथा राज्य सरकार द्वारा कुछ प्राइवेट लैब को रैपिड एंटीजन किट से जांच की अनुमति प्रदान की गई है। इनके द्वारा इस विधि से जांच करने पर अधिकतम 550 रुपये लिए जाएंगे, जिनमें पीपीई किट शुल्क एवं सभी कर शामिल हैं। यह भी कहा गया है कि प्राइवेट लैब द्वारा उक्त जांच में 550 रुपये से अधिक राशि लेने तथा अन्य उल्लेखित प्रावधानों का पालन नहीं करने पर झारखंड राज्य एपीडेमिक डिजीज (कोविड-19) रेगुलेशन, 2020 के संबंधित प्रावधानों का उल्लंघन माना जाएगा तथा संबंधित अस्पताल या लैब के विरुद्व इन प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निगेटिव रिपोर्ट आने तथा लक्षण होने पर करानी होगी आरटी-पीसीआर से जांच
जांच दर तय करने को लेकर जारी आदेश में कहा गया है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच में रिपोर्ट निगेटिव पाए जानेवाले उन मरीजों को आरटी-पीसीआर से अनिवार्य रूप से जांच कराया जाएगा, जिनमें कोरोना के लक्षण होंगे। सिविल सर्जन इसकी निगरानी करेंगे। बता दें कि रैपिड एंटीजन किट से जांच में पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज को संक्रमित होने की शत-प्रतिशत पुष्टि होती है, लेकिन निगेटिव रिपोर्ट आने तथा उनमें कोरोना के लक्षण होने पर उनकी आरटी-पीसीआर से जांच कर पुष्टि की जाती है।
सरकारी अस्पतालों व लैब में नि:शुल्क जांच
सरकारी अस्पतालों, लैब एवं जिला प्रशासन द्वारा अन्य जगहों पर लिए जानेवाले सैंपल की जांच निश्शुल्क होती है। इसके तहत आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट एवं रैपिड एंटीजन किट तीनों विधियों से जांच निश्शुल्क की जाती है। राज्य सरकार विभिन्न जिलों में अभियान चलाकर रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना की जांच कर रही है।