रांची (ब्यूरो) । आदिवासी मूलवासी संघर्ष समिति की ओर से आंचल कार्यालय के द्वारा मनमानी रवैया अन्य कार्य में लोगों को परेशानी को लेकर अंचल एवं प्रखंड कार्यालय का घेराव प्रदर्शन किया। धारणा को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं में समिति के अध्यक्ष प्रकाश लकड़ा, जिला परिषद सदस्य राम अवतार केरकेट्टा, विपिन टोप्पो, पड़हा राजा के अध्यक्ष प्रदीप तिर्की, मुन्ना बड़ाइक, रामाधार सिंह सहित अन्य ने संबोधित करते हुए बताया कि वक्ताओं ने कहा कि अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से प्रमाण पत्र निर्गत नहीं होने से छात्रों का भविष्य अधर में है।
कोई काम नहीं होता
वहीं जमीन से संबंधित समस्या वर्षों लटकाईं जाती है। पैसे के बिना कोई काम नहीं होता। प्रति डिसमिल दो से पांच हजार रुपए मांगा जाता है। पांच घंटे घेराव प्रदर्शन के बाद 13 सूत्री मांगों का मांगपत्र बीडीओ डॉ प्रवीण कुमार एवं अंचल नाजिर अनिल एक्का को सौंपा गया। मांगों में पंची टू ऑनलाइन की त्रुटि सुधारने, पंचायत सचिवालय में राजस्व कर्मचारी के बैठने, वेंडर प्रथा समाप्त करने,जीएम लैंड को चिन्हित कर बोर्ड लगाने, ग्रामसभा के शक्ति प्रदान करते हुए उनके द्वारा वन पट्टा वितरित करने, पंचायत भवन में नर्स दीदी के बैठने, स्थानीय एवं नियोजन नीति खतियान के आधार पर बनाने, सभी तरह के प्रमाण पत्र समय पर निर्गत करने सहित अन्य शामिल है।
तालाबंदी करने की बात
साथ ही 15 दिनों में मांगों को पूरा नहीं करने पर उग्र आंदोलन करते हुए कार्यालय में तालाबंदी करने की बात कही। बीडीओ डॉ प्रवीण कुमार ने योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ लेने एवं अन्य समस्याओं के लिए उनसे सीधे संपर्क करने की अपील की।
अंचल कार्यालय के घेराव से पूर्व प्रखंड अंतर्गत 23 पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीण बाजार टांड़ में इकठ्ठा हुए वहां से सभी रैली निकालते हुए मुख्यालय पहुंचे। पारंपरिक हथियारों के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में नारेबाजी की। इस मौके पर खिचरी मुखिया कार्मेला कच्छप, राजू नायक, मुकेश नायक, सुषमा हेम्बरोम आदि उपस्थित थे।