रांची(ब्यूरो)। सीएमपीडीआई द्वारा ''कोल इंडिया स्थापना दिवसÓÓ समापन-सह-पुरस्कार वितरण समारोह आज मनाया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि डॉ शरद सिंह नेगी (आईएफएस), चेयरमैन, ईएसी एवं पूर्व महानिदेशक, एमओईएफसीसी ने अपने सम्बोधन में देश की ऊर्जा सुरक्षा एवं जरूरतों को सुनिश्चित करने हेतु सीएमपीडीआई की भूमिका की सराहना की। कहा कि सीएमपीडीआई को माइन प्लानिंग एवं डिजाइन रिपोर्ट तैयार करते समय पर्यावरण मुद्दों एवं दृष्टिकोण को ध्यान में रखना चाहिए, ताकि परियोजना धरातल पर जल्द साकार रूप ले सके। कोल इंडिया के अध्यक्ष पीएम प्रसाद ने सीएमपीडीआई की सराहना करते हुए इसे कोल इंडिया का रीढ़ बताया है।
एमडी ने गिनाईं उपलब्धियां
इस अवसर पर कोल इंडिया के अध्यक्ष पीएम प्रसाद ने सीएमपीडीआई की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में कोल इंडिया और सीएमपीडीआई की उपलब्धियां हैं। उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई को अनुसंधान एवं विकास खर्च ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए और महत्वपूर्ण खनिजों, सौर क्षेत्र, भूमिगत कोयला गैसीकरण और सतह कोयला गैसीकरण क्षेत्र में खोज करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई, कोल इंडिया की रीढ़ तो है ही, इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र भी इसकी विशेषज्ञता के लिए सीएमपीडीआई की ओर देख रहा है। वहीं, सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सीएमपीडीआई की प्रमुख उपलब्धियों में विशेष रूप से सीएमपीडीआई में नेशनल सेंटर फॉर कोल एंड इनर्जी रिसर्च फेज-1 की स्थापना तथा इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2024 में 5जी उपयोग के मामलों पर प्रकाश डाला।
कर्मियों व संस्थानों को पुरस्कार
इस समारोह में सीएमपीडीआई के कर्मियों एवं क्षेत्रीय संस्थानों को उनके कार्यक्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। सर्वोत्तम क्षेत्रीय संस्थान का पुरस्कार सिंगरौली स्थित क्षेत्रीय संस्थान-6, सिंगरौली को प्राप्त हुआ। अधिकतम उत्पादकता वाले सर्वोत्तम हाइड्रोस्टैटिक ड्रिलिंग कैम्प के श्रेणी में प्रथम-सिंगरौली कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-6, सिंगरौली जबकि द्वितीय-राजनगर कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर तथा सर्वोत्तम मेकनिकल ड्रिलिंग कैम्प के श्रेणी में प्रथम-गोपालपुर कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-7, भुवनेश्वर जबकि द्वितीय-बरकाकाना कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-3, रांची को पुरस्कृत किया गया। सर्वोत्तम हाइड्रोस्टैटिक ड्रिल क्रिउ के लिए क्षेत्रीय संस्थान-6 के सिंगरौली कैम्प के ड्रिल/रिग सं0-सीएमकेआर-डब्ल्यूए 3सी-15 जबकि तथा सर्वोत्तम मेकनिकल ड्रिल के लिए क्षेत्रीय संस्थान-7 के गोपालपुर कैम्प के ड्रिल/रिग सं.-सीएमआरडी-100-03 के क्रिउ को अधिकतम उत्पादकता के लिए सम्मानित किया गया।
इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग में रांची पुरस्कृत
बेहतरीन रिपोर्ट बनाने की श्रेणी में ओपेनकास्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-4-नागपुर के श्री जीवाईपी रेड्डी, जबकि भूमिगत प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-4-नागपुर के एस जयाकुमार, इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मुख्यालय-रांची के सुशोभन कुंडु, सुजीब चटर्जी, फराह नवाज, नवीन कुमार एवं डी उदय कुमार, जियोलॉजिकल रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-1-आसनसोल के त्रिसित घोष, अपूर्वा दास, सुभाब्रता बेरा, सौरभ गांगुली एवं नोनीहाल पी घटोवार, ड्रिलिंग एवं जीआर के अलावा जियोफिजिकल एंड हाइड्रोजियोलॉजी सहित गवेषण सेवाओं के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर की टीम को सम्मानित किया गया।
पर्यावरणीय सेवा पुरस्कार भी रांची को
पर्यावरणीय सेवाओं के क्षेत्र में बेहतरीन उपलब्धि के लिए क्षेत्रीय संस्थान-3-रांची के लक्ष्मीदीप एवं अमुल पटवाल, बाह्य परामर्शी सेवाओं के लिए मुख्यालय-रांची के प्रथम-ओपेनकास्ट डिविजन एवं द्वितीय-जियोमेटिक्स डिविजन सम्मानित किया गया। ब्लास्टिंग सहित सभी प्रयोगशाला संबंधी सेवाओं के अंतर्गत बेहतरीन लैब का पुरस्कार क्षेत्रीय संस्थान-4-नागपुर के पर्यावरण लैब को प्रदान किया गया। वित्तीय सेवाओं के लिए पीके सोमानी, खेल क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सतीश कुमार, दीपांकर कुवर एवं सोनु पाण्डेय को पुरस्कृत किया गया।
इन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की श्रेणी में अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल करने हेतु अटल बिहारी, केए पांडीयन, अमर कांत मिश्रा, संजीव कुमार, डॉ तारिक सज्जाद, आरसी दत्ता, राकेश रंजन, टीके दास, डॉ विनीता अरोड़ा, भवानी प्रसाद मिश्रा, देबाशीष कुमार राय, सुजीब चटर्जी, सुशोभन कुंडु, आरके अमर एवं कुमार शशि भूषण को सम्मानित किया गया। वहीं, युवा अधिकारी वर्ग में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए पॉलमी बक्शी, अवनीश कुमार, सुनील कुमार भावरिया एवं सचिन माल्पा तथा गैर अधिकारी वर्ग में समर्पित सेवा प्रदान करने के लिए अनंता चंद, मनोज कुमार मंडल, पन्ना लाल कश्यप, सुभ्राजीत तालापात्रा, पी सिम्हाचलम एवं अनीश थॉमस को पुरस्कृत किया गया।