रांची(ब्यूरो)। पुलिस चैन से सो रही है, लेकिन रांची की महिलाएं बेचेन हो गई हैंं। जी हां, पुलिस की लापरवाही का खामियाजा सिटी की महिलाओं को अपनी चेन गंवाकर भुगतना पड़ रहा है। महिलाओं की गले में चमक रही सोने की चेन पर स्नेचर्स की नजर है। आलम यह है कि गली-मुहल्लों से महिलाओं का गुजरना मुश्किल हो गया है। सुनसान रास्तों पर घात लगाए चैन स्नेचर बैठे हुए हैं। हर दिन किसी न किसी इलाके में स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। बीते हफ्ते भर में पांच अलग-अलग स्थानों पर छिनतई की गई है। कुछ जगह स्नेचर कामयाब हुए तो एक-दो स्थानों पर महिलाओं की हिम्मत के आगे उनके मंसूबों पर पानी फिर गया।
महिला ने दिखाई हिम्मत
दो दिन पहले ही बरियातू थाना क्षेत्र स्थित हरिहर सिंह रोड में स्नेचर ने एक महिला को टारगेट करने का प्रयास किया। लेकिन महिला ने हिम्मत दिखाई और बदमाशों को धक्का देकर अपनी चेन बचाने में कामयाब रही। घटना के समय पीडि़ता पूनम मिश्रा शिव मंदिर के समीप खड़ी थी। अचानक एक बाइक में बैठे दो स्नेचर आए और उनमें से पीछे बैठा एक स्नेचर महिला की गले की चेन झपटने की कोशिश की। महिला ने तेजी से उन लोगों को झटका दे दिया। इस दौरान महिला के कपड़े तो फट गए लेकिन स्नेचर अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए और वहां से उलटे पांव भाग खड़े हुए। बीते हफ्ते ही डीएवी की टीचर को निशाना बनाते हुए उनकी सोने की चेन और कान की बाली लूट ली गई।
सिर्फ सनहा दर्ज कर रही पुलिस
राजधानी रांची में इन दिनों एक बार फिर छिनतई गैंग सक्रिय हो गया है। अपराधी महिलाओं को अपना शिकार बना रहे हैं। खासकर उन महिलाओं को, जो सोने की चेन पहन कर बाहर निकल रही हैं। महीने भर में एक दर्जन से अधिक चेन छिनतई की वारदात हो गई हैं। लेकिन एक भी मामले में पुलिस आरोपियों को पकडऩे में सफल नहीं हो सकी है। थाने में सनहा तो दर्ज होती है लेकिन इस पर अनुसंधान करने की जगह आवेदन फाइलों में दबा कर रख दिए जाते हैं। सड़क पर पुलिस की तैनाती न के बराबर है। सुनसान स्थानों में भी पुलिस का नामोनिशान नजर नहीं आता। पीसीआर में तैनात पुलिस कर्मी भी किसी पेड़ की छांव के नीचे गाड़ी खड़ी करके चैन से सोते हैं, इधर स्नेचर अपना काम कर निकल जा रहे हैं। अधिकतर मामलों में पुलिस के हाथ खाली हैं। अरगोड़ा में हुई छिनतई की एक वारदात में पुलिस को एक स्नेचर की स्कूटी भी मिली तो वह भी चोरी की निकली।
सीसीटीवी कैमरे बने शोपीस
सिटी में कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों में स्नेचर की तस्वीर भी कैद हो रही है। फिर भी पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में सफल नहीं हो पा रही है। ज्यादातर फुटेज में अपराधियों के चेहरे ब्लर ही नजर आते हैं। दिन के उजाले में भी कैमरे क्लियर फोटो नहीं ले पा रहे हैं। जो यह साबित करता है कि खराब क्वालिटी और कम रेजोलेशन वाले कैमरे लगाए गए हैं। जबकि सीसीटीवी कैमरे लगाते वक्त इसकी क्वालिटी का काफी बखान किया गया था। आजतक इन कैमरों की मदद से पुलिस एक चोर को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
बरियातू से ज्यादा मामले
आम लोगों की सुरक्षा के लिए सिटी में 30 पीसीआर लगाई गई हैं, जिनमें से 8 तो बेकार ही पड़े हुए हैं, जिन्हें पुलिस लाइन में रखा गया है। जो पीसीआर मूवेबल कंडिशन में है उनसे भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है। पूनम मिश्रा से पहले कनकलता, सविता मिश्रा, श्रृता शुक्ला, विमला देवी समेत अन्य महिलाओं के साथ ऐसी स्नेचिंग की वारदात हो चुकी है। सबसे अधिक छिनतई के मामले बरियातू, मोरहाबादी, डोरंडा, धुर्वा और कोकर इलाके से आ रहे हैं। स्नेचिंग करने वाले बाइक या स्कूटी भी चोरी का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल के दिनों में हुई छिनतई
14 मई : हरिहर सिंह रोड स्थित एक मंदिर के समीप खड़ी महिला की चेन छिनतई का प्रयास हुआ। महिला ने हिम्मत दिखाई तो अपराधी उलटे पांव भागे। आरोपियों को अबतक पुलिस पकड़ नहीं पाई है।

11 मई : बरियातू थाना क्षेत्र स्थित रिम्स हॉस्पिटल से थोड़ा सा आगे एक महिला से चेन की छिनतई हो गई। सब्जी खरीद कर घर लौट रही महिला को अपराधियों ने निशाना बनाया।

07 मई : धुर्वा थाना क्षेत्र स्थित डीएवी स्कूल की शिक्षिका के घर लौटने के क्रम में अपराधियों ने पहले धक्का देकर सड़क पर उसे गिरा दिया, फिर सोने की चेन और कान की बाली लूट ली।

27 अप्रैल: बरियातू साइंस सिटी के पास पूनम देवी नामक महिला की चेन छीन ली गई। महिला ने अपराधियों को पकडऩे का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे भाग निकले।

14 अप्रैल : हरमू सहजानंद चौक के पास स्वाति सिंह अपने घर लौट रही थीं। स्कूटी सवार दो स्नेचर्स ने उनका पर्स, मोबाइल छीन लिया और भाग निकले। भागने के क्रम में उनका स्कूटी छूट गया, जो चोरी का निकला।


कुछ अपराधी जेल से बाहर आए हैं। उन्हीं द्वारा ऐसी वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। उन्हें चिन्हित करते हुए गिरफ्तार करने के आदेश सभी थानों को दिए गए हैं। जिन इलाकों में छिनतई ज्यादा है, वहां गश्ती बढ़ाई गई है।
-शुभांशु जैन, सिटी एसपी, रांची