रांची(ब्यूरो)। सिटी के अलग-अलग इलाकों में 28 पार्क हैं, जहां लोग अपने बच्चों के साथ घूमने आते हैं। इन पार्कों में एंट्री फीस 10 रुपए रखी गई है। लेकिन शहर के बीचोबीच पुराने जेल पार्क में स्थित बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में एंट्री फीस 50 रुपए रखी गई है। वहीं, बच्चों के लिए भी एंट्री फीस 30 रुपए रखी गई है। ऐसे में बहुत सारे लोग हैं जो 50 रुपए एंट्री फीस लगाकर इस पार्क में बिरसा मुंडा की जीवनी और उनकी स्मृतियों को देखने से वंचित रह जा रहे हैं। लोगों ने इतनी अधिक एंट्री फीस को लेकर विरोध भी जताना शुरू कर दिया है, लेकिन सरकार की नींद नहीं खुल रही है।
जुडको की देखरेख में पार्क
भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी से राज्य और राज्य के बाहर के लोग अवगत हो सकें, इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार ने 142 करोड़ की लागत से बिरसा मुंडा स्मृति पार्क का निर्माण किया है। 35 एकड़ में फैले इस विशाल पार्क में देखने के लिए कई ऐसी चीजें हैं, जो लोगों को काफी पसंद आएंगी। लेकिन इस पार्क से भी पैसा कमाने का जुगाड़ जुडको ने कर लिया है। जुडको ने पार्क की देखरेख की जिम्मेवारी जिस सिंघल इंटरप्राइजेज को दी है, उसने यहां पर प्रवेश शुल्क 50 रुपए रखा है। ऐसे में कई लोग यहां पार्क की एंट्री फीस देखकर ही वापस घर लौट जा रहे हैं।
पार्किंग चार्ज भी चौगुना
रांची शहर में नगर निगम, वन विभाग और आरआरडीए के 28 पार्क हैं। लेकिन इनमें से किसी भी पार्क में प्रवेश शुल्क इतना नहीं है। हर पार्क के लिए 10 रुपए का शुल्क निर्धारित है। लोग आराम से बाल-बच्चों के साथ रोज इन पार्कों में आकर क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रहे हैं। जबकि बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में बच्चों के प्रवेश के लिए भी 30 रुपए फीस रखी गई है। यह भी पूरे शहर में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा वाहन पार्किंग के लिए भी पूरे शहर में जहां पांच रुपए दर निर्धारित की गई है, उसकी जगह पर यहां 20 रुपए पार्किंग चार्ज वसूला जा रहा है।
क्या खास है यहां
पुरानी जेल परिसर जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अंतिम सांस ली थी। इसके जीर्णोद्धार और भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान विकसित करने के लिए सरकार ने 25 एकड़ भूमि पर कुल 142.31 करोड़ खर्च किए हैं। लगभग 30 एकड़ क्षेत्रफल वाले परिसर के 25 एकड़ हिस्से में भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क बना है, जबकि 5 एकड़ भूमि को म्यूजियम के लिए विकसित किया गया है। इस पार्क के अंदर में 25 फीट की भगवान बिरसा मुंडा कि प्रतिमा भी लगाई गई है।
लेजर शो में क्रांतिकारियों का संघर्ष
पूरे परिसर में लेजर लाइट शो, चित्रपट एवं म्यूजिकल फाउंडेशन के माध्यम से जनजातीय क्रांतिकारियों और वीर स्वतंत्रता सेनानी की जीवनी और संघर्ष को दिखाया जाता है। मुख्य भवन के सामने गंगा नारायण सिंह, भागीरथ मांझी, वीर बुधु भगत सहित अन्य की 9 फीट की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं। परिसर में म्यूजिकल फाउंटेन और वाटर शो के जरिए झारखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों को भी दर्शाया गया है, जिसमें प्रमुख रूप से बाबा धाम, भद्रकाली इटखोरी मंदिर, रामगढ़ स्थित स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर समेत अन्य मंदिरों पर आधारित लघु फिल्म भी इस म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर शो के माध्यम से स्क्रीन पर दिखाई जाएगी।
चिल्ड्रन जोन व फूड स्टॉल भी
उद्यान के अंदर एक किनारे को चिल्ड्रन जोन के रूप में विकसित किया गया है। यहां स्केटिंग, रॉक क्लाइंबिंग के अलावा कई प्रकार के झूले भी बच्चों का मनोरंजन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, विभिन्न खेल के संसाधन भी उपलब्ध हैं। वहीं, पार्क में खाने-पीने के लिए भी बेहतर व्यवस्था है। यहां कुल 16 फूड के स्टॉल है। मतलब घूमने के साथ-साथ खान-पान की भी पूरी व्यवस्था है।