रांची(ब्यूरो)। बिरसा मुंडा जेल में परिसर में बन रहे बिरसा मुंडा स्मृति पार्क का निर्माण बीते पांच साल से हो रहा है। लेकिन अब शहरवासियों के इंतजार खत्म हो सकता है। इस बार राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी वासियों को पार्क के रूप में यह सौगात मिल सकती है। पार्क के अधूरे काम को जोर-शोर से पूरा किया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है इस बार स्थापना दिवस के मौके पर यह प्लेस आम लोगों के घूमने के लिए खोल दिया जाएगा। इसके ओपन होते ही रांची वासियों के पास क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए एक और खूबसूरत डेस्टिनेशन होगा। पार्क में घूमने और देखने के लिए कई चीजें है। पार्क के अलावा म्यूजियम भी पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। इसे फाइनल टच दिया जा रहा है। म्यूजियम में झारखंड के क्रांतिकारियों की कहानी लेजर लाइट के माध्यम से दिखाई जाएगी। वहीं महापुरुषों की प्रतिमाएं भी लगाई गई हैैं।
बच्चों के मनोरंजन की व्यवस्था
बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में बच्चों के मनोरंजन का ख्याल रखा गया है। बच्चों के लिए यहां झूले, खेलने के साधन और एंटरटेनमेंट के लिए अलग-अलग इक्विपमेंट लगाया गया है। वहीं पार्क को पूरा ग्रीन लुक दिया जा रहा है। पेड़-पौधे से पार्क को सजा दिया गया है। पार्क और म्यूजियम के बीच स्थित मंदिर को भी अद्भूत तरीके से संवारा जा रहा है। म्यूजियम के ओपन प्लेस में टेराकोटा से महापुरुषों की प्रतिमाएं और क्रांति को दर्शाती पूरी थीम तैयार की गई है।
28 एकड़ पर चल रहा काम
बिरसा मुंडा जेल के करीब 28 एकड़ जमीन पर जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट में लगभग 62 करोड़ रुपए खर्च हुए है। जबकि 27 करोड रुपये की लागत से भगवान बिरसा मुंडा म्यूजियम का जीर्णोद्धार हो रहा है। इसके अलावा 8 करोड़ रुपए की लागत से पार्क में म्यूजिकल वाटर फाउंटेन भी लगाया जाएगा। दो साल में इसे बनकर तैयार हो जाना था। लेकिन इसे एक्सटेंसन दिया गया। फिर 2020 तक इसे हैंडओवर करने की डेडलाइन रखी गई। लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के कारण काम पर असर पड़ा। काम में तेजी लाते हुए इसे 15 नवंबर तक खोलने की तैयारी है। बिरसा मुंडा पार्क को राजधानी का नंबर वन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां अंडरग्राउंड पार्किंग, रेस्ट्रो और फूड कोर्ट भी बनाया जा रहा है। सभी काम एजेंसी इंडियन ट्रस्ट फॉर रूलर हेरिटेज एंड डेवलपमेंट की देखरेख मेें हो रहा है।
जेल कैंपस में दिखेगी बिरसा मुंडा की कहानी
जेल कैंपस के फस्र्ट फ्लोर पर चार कमरों में से एक कमरे में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन को दर्शाया जाएगा। वहीं दूसरे कमरे में बिरसा मुंडा के अनुयायियों के बारे में जानकारी रहेगी। इसके अलावा दो अन्य कमरों में उनके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया जाएगा। कैंपस के ओपन स्पेस में झारखंड के 10 आदिवासी स्वतंत्रा सेनानियों के स्टेच्यू स्थापित किये गये हैैं। जेल की दीवार पर लेजर लाइट के माध्यम से क्रांतिकारियों और झारखंड के बारे में जानकारी दी जाएगी।