ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब : स्वाइन फ्लू वायरल बीमारी है, जो ए एच वन एन वन वायरस से फैलता है। यह सुअर से मनुष्य में फैला है। धीरे-धीरे यह बीमारी वायरल होती जा रही है। स्वाइन फ्लू होने पर मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो मरीज की मौत तक हो जाती है।

उपलब्ध है मेडिसीन और टीके

अगर पेशेंट को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हो जाती है तो इसकी मेडिसीन रांची में उपलब्ध है। इस मेडिसीन का नाम फ्लुवीर है, जो 75 एमजी का है। रिम्स में एडमिट स्वाइन फ्लू के पेशेंट्स को यह दवा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा बाजार में भी स्वाइन फ्लू का दवा उपलब्ध है। इसके 10 कैप्सूल की कीमत 450 से 475 रुपए के बीच है। इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो टॉल फ्री नंबर 18001234007 पर ली जा सकती है। स्वाइन फ्लू का टीका भी बाजार में आ चुका है। टीके की कीमत 750 रुपए है। यह टीका फ्लू व स्वाइन फ्लू के मामले में 80 परसेंट तक बचाव करता है। टीका लेने के बाद व्यक्ति एक साल तक इस बीमारी से सुरक्षित रह सकता है। यह टीका हरमू रोड स्थित राजगढि़या सुपरस्पेशियलिटी समेत महत्वपूर्ण अस्पतालों में उपलब्ध है।

बीमारी के लक्षण

-100 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बुखार रहना

-नाक से लगातार पानी का बहना

-शरीर में तेज दर्द

-थकावट महसूस होना

-खांसी और गले में खरास

-जी मिचलाना और उल्टी होना

बचने के उपाय

-पेशेंट को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट कराएं, ताकि उससे दूसरे लोग प्रभावित नहीं हो सकें

-पेशेंट से बातचीत के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें

-पेशेंट के खांसने, छींकने और थूकने के दौरान दूरी बनाए रखें

-भीड़भाड़ वाली जगहों से पेशेंट्स को दूर रखें

-स्वाइन फ्लू का टीका लगवाएं

-समय रहते इलाज शुरू करें

-पेशेंट से बातचीत के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें

-पेशेंट के खांसने, छींकने और थूकने के दौरान दूरी बनाए रखें

-भीड़भाड़ वाली जगहों से पेशेंट्स को दूर रखें

-स्वाइन फ्लू का टीका लगवाएं

-समय रहते इलाज शुरू करें

आयुर्वेद में भी इलाज संभव

आयुर्वेद में भी स्वाइन प्लू से बचने के कई कारगर तरीके हैं। इसका इस्तेमाल कर हम घर बैठे ही इस बीमारी से अपना बचाव कर सकते हैं।

-सीतोप्लाद

इसे शहद में मिलाकर खाएं। सुदर्शनवटी और संजीवनीवटी का डेली इस्तेमाल करें

-देसी काड़ा

हल्दी, तुलसी, लौंग और गिलॉय का मिश्रण बनाकर उसे लें। इससे आपकी इम्यूनिटी पावर बढ़ेगी और स्वाइन फ्लू से बचने में मदद मिलेगी।

यूनानी पद्धति में इलाज

-गौजुवा, सपिस्ता, उन्नाव और दीदान को 200 एमएल पानी में मिलाकर गर्म करें और फिर पीएं। यह आपकी इम्यूनिटी पावर को बढ़ाएगी।

होम्योपैथ में भी दवा उपलब्ध

होम्योपैथ डॉक्टर केके सिंह ने बताया कि इंफ्लुएंजामिन 200 की डोज लेने से स्वाइन फ्लू से बचा जा सकता है। हर दिन इसकी एक डोज लेनी चाहिे। कोई भी व्यक्ति से इसे ले सकता है। भले ही उसको स्वाइन फ्लू नहीं हो। इसके अलावा हीपरसेल 30 और एपोनाइट 30 की टैबलेट दिन में दो से तीन बार ली जा सकती है। दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।