RANCHI : केरल के बाद निपाह वायरस का खतरा अब झारखंड में भी मंडरा रहा है। चूंकि साउथ से दो ट्रेनें सीधे राजधानी रांची पहुंचती है। ऐसे में निपाह वायरस से इंफेक्टेड व्यक्ति अगर साउथ से रांची आता है तो यहां उसके स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में इस वायरस की चपेट में सिटी के लोग भी आ सकते हैं।
विभाग का अलर्ट जारी
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस बाबत अलर्ट जारी कर दिया है। सभी हॉस्पिटलों को इस वायरस से निपटने के लिए सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल करने को कहा गया है। इसके अलावा 104 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस हेल्पलाइन नंबर पर लोग निपाह वायरस से बचाव को लेकर जानकारी ले सकते हैं।
पुणे भेजा जाएगा सैंपल
निपाह के मरीज का सैंपल जांच करने की झारखंड में कहीं व्यवस्था नहीं है। ऐसे में अगर कोई सस्पेक्टेड मरीज आता है तो उसका एलिसा टेस्ट किया जाएगा। और इसके लिए सैंपल को पुणे भेजा जाएगा। ऐसे में टेस्ट रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन का भी समय लग सकता है। इस दौरान मरीज पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
कोमा में जा सकता है मरीज
हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक, निपाह वायरस काफी खतरनाक है। इससे ग्रसित व्यक्ति 24-48 घंटे के अंदर कोमा में भी जा सकता है। ऐसे में वायरस से ग्रसित व्यक्ति को आइसीयू में रखना बेहतर होगा। इससे पहले निपाह के कुछ लक्षणों पर भी ध्यान रखने की जरूरत है। जिसमें अचानक बुखार आना, सिर दर्द, मसल्स पेन, उल्टी आना, मस्तिष्क में स्वेलिंग और बुखार जैसे लक्षण हो सकते है।
बरतें ये सावधानी
-केला, आम और खजूर के साथ ताड़ के रस सेवन नहीं करें
-सब्जियों पर भी पक्षी के काटने का निशान हो तो न खरीदे
-घर का बना साफ-सुथरा खाना खाएं
-भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें
-चेहरे पर मास्क लगाकर कहीं भी जाएं
-हाथों ती साबुन से अच्छी तरह से सफाई करें
-गिरे हुए और जानवरों के जूठे फल से परहेज
-सूअर और सूअर के संपर्क वाले व्यक्ति से रहें दूर
-चमगादड़ प्रभावित इलाकों में जाने से परहेज करें
लोग पूछ रहे ये सवाल
-क्या है निपाह वायरस?
-क्या यह ठीक हो सकता है?
-यह वायरस कैसे फैलता है?
-निपाह वायरस के क्या है लक्षण?
-भारत में निपाह की क्या है स्थिति?
-निपाह की चपेट में आने के बाद कैसे होगा इलाज?
-क्या यह वायरस झारखंड पहुंच चुका है?
-इससे निपटने की कोई दवा है क्या?