रांची(ब्यूरो)। बेंग्लुरु और भोपाल जाकर अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का सपना देखने वाले झारखंड के छात्रों को अब रांची में ही यह मौका मिलने वाला है। रांची जिले के टीबी सेनेटोरियम कैंपस में अगले महीने काम शुरू करेगा। कई महीनों पहले यहां अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी को जमीन अलॉट कर दिया गया है, लेकिन काम शुरू नहीं हो पा रहा था। अब रांची के कमिश्नर मनोज कुमार द्वारा यहां सुचारू रूप से काम करने को लेकर संबंधित सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसके बाद निर्णय लिया गया कि अगले महीने से अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी का काम सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा।
1400 करोड़ होगा खर्च
यह उन विद्यार्थियों के लिए है जो शिक्षा प्राप्त करने के लिए देश के अनेकों शहरों में अपने घर परिवार को छोड़कर जाते हैं। दरअसल, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की तरफ से राजधानी रांची के इटकी में 146 एकड़ में लगभग 1400 करोड़ रुपए खर्च करके यूनिवर्सिटी का निर्माण किया जाएगा। विप्रो कंपनी की सीएसआर इकाई अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की रांची में देश की यह तीसरी यूनिवर्सिटी होगी। इससे पहले फाउंडेशन ने बेंग्लुरु में 110 एकड़ और दूसरी भोपाल में यूनिवर्सिटी खोली है। अब तीसरी यूनिवर्सिटी रांची में खोलने की तैयारी है।
मेडिकल से इंजीनियरिंग तक पढ़ाई
यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों को हर तरह के कोर्सेज का लाभ मिलेगा। यहां मेडिकल कॉलेज से लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज तक होंगे। इसके अलावा कॉमन कोर्स से लेकर वोकेशनल कोर्स तक की पढ़ाई होगी। झारखंड सरकार की तरफ से अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को इटकी स्थित टीबी सेनेटोरियम की जमीन उपलब्ध कराई गई है और फाउंडेशन की तरफ से इस जमीन की 80 फीसदी राशि राज्य सरकार को दी भी जा चुकी है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी सेनेटोरियम संशोधन अधिनियम 2023 की स्वीकृति दे दी है। स्वीकृति प्रदान करने के बाद विधि विभाग ने भी जमीन को लेकर आधिकारिक सूचना जारी कर दी है।
99 साल की लीज पर जमीन
राज्य सरकार ने फाउंडेशन को 99 सालों के लिए जमीन लीज पर दी है। 146 एकड़़ जमीन पर फाउंडेशन यूनिवर्सिटी और स्कूल की स्थापना करेगा। बाकी 4 एकड़़ जमीन में स्कूल स्थापित किया जाएगा। इस स्कूल में केजी से 12वीं तक की पढ़ाई कराई जाएगी। सरकार ने जमीन अलॉट कर दी है लेकिन वहां अभी भी टीबी सेनेटोरियम के कर्मचारी रह रहे हैं। इस कारण यूनिवर्सिटी को जमीन हैंडओवर नहीं हो पा रही है।
छूट पर मिली है जमीन
राज्य सरकार ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को 75 परसेंट छूट के साथ जमीन उपलब्ध कराई है। बता दें कि जमीन की सरकारी दर 22, 222 रुपए प्रति डिसमिल है लेकिन सरकार फाउंडेशन को 5556 हजार रुपए प्रति डिसमिल की दर से ही जमीन उपलब्ध करा दी है। राज्य सरकार अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को जमीन तभी देगी जब फाउंडेशन की ओर से कुल राशि का 80 परसेंट जमा कर दिया जाएगा।
कमिश्नर ने जमीन खाली कराने के निर्देश
कमिश्नर मनोज कुमार ने अधिकारियो को एक महीने के अंदर जमीन को पूरी तरह खाली करके हैंड वर्क करने का निर्देश भी जारी कर दिया है। साथ ही इस कैंपस में टीबी सेनेटोरियम के जो पुराने और जर्जर भवन हैं, उसको भी तोडऩे का निर्देश दिया गया है। अगले महीने से यहां पुराने जर्जर भवन को तोड़कर समतल कर दिया जाएगा, उसके बाद अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी द्वारा यहां कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होगा।