रांची (ब्यूरो) । सत्य अहिंसा के पुजारी भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती पर जीडी गोयनका विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अनूठा कार्य किया गया। मनुष्य के जीवन में वृक्ष से बड़ा कोई मित्र नहीं और पर्यावरण की सुरक्षा से बढक़र कोई दायित्व नहीं है। इस विचार के साथ गोयनका विद्यालय में पेड़ों का लंगर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के छात्रों ने आज लगभग 500 से भी अधिक पौधों को उपहार स्वरूप राहगीरों के बीच वितरित किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के चेयरमैन मदन सिंह ने भी बढ़-चढक़र अपनी भागीदारी प्रस्तुत की।

जरूरत पूरी करने के लिए

विद्यालय के शिक्षकों को भी उन्होंने उपहार स्वरूप पौधे दिए तथा गांधीजी के वचनों को दोहराते हुए कहा कि प्रकृति के पास सभी की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त साधन है, लेकिन वह किसी की लालच पूरी नहीं कर सकती। साथ ही स्वच्छता के महत्व को प्रदर्शित करते हुए समस्त छात्र-छात्राओं नें विद्यालय के प्रति अपना श्रमदान प्रस्तुत किया। छात्रों ने स्वयं अपनी कक्षा तथा प्लेग्राउंड की सफाई की।

प्रसन्नचित्त नजर आए

इस कार्य को करते हुए समस्त छात्र उत्सुक और प्रसन्नचित्त नजर आए। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर सुनील कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता गांधीवादी जीवन शैली का एक अभिन्न अंग है। छात्रों को रोग रहित और तंदुरुस्त जीवन के लिए स्वच्छता के मूल मंत्र को अपने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यालय के वाइस चेयरमैन अमन सिंह ने कहा कि छोटी उम्र में सखी गई आदतें व्यक्ति के व्यक्तित्व में समा जाती है। स्वयं को साफ-सुथरा रखना,अपने आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखना और पर्यावरण को हरा-भरा रखना हर मनुष्य का प्रथम दायित्व है।