- मुबंई रोड शो में सीएम ने निवेशकों को दिया झारखंड आने का न्योता
- मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर्स को सुरक्षा और लाभ दोनों का किया वादा
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-100 से ज्यादा इन्वेस्टर्स ने जताई निवेश की इच्छा
-600 नए कॉलेज खोलने का है प्रपोजल
--1500 करोड़ इन्वेस्ट करेगी ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दावा किया है कि मेक इन झारखंड की सफलता में ही मेक इन इंडिया की सफलता निहित है। इसलिए राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए रेड कारपेट बिछा रखा है। राज्य में निवेश पूरी तरह सुरक्षित और लाभदायक है। सरकार हरसंभव मदद देने को तैयार है। वे मुंबई के होटल ताजमहल पैलेस में 'मोमेंटम झारखंड' को लेकर मंगलवार को आयोजित रोड शो को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सात माह पूर्व प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया अभियान की शुरुआत की थी। इससे प्रेरणा लेकर मेक इन झारखंड अभियान शुरू किया गया है।
औद्योगिक विकास का केंद्र
अब तक 100 से ज्यादा निवेशकों ने निवेश की इच्छा जताई है। कई लोगों ने काम शुरु भी कर दिया है। जमशेदजी टाटा ने 100 साल पहले निवेश के लिए झारखंड को चुना था। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारी उद्योग के लिए रांची और इस्पात संयत्र के लिए बोकारो का चुनाव किया था। मुंबई अगर व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र है तो झारखंड औद्योगिक विकास का केंद्र है। कृषि, उद्योग, सूचना तकनीक, पर्यटन, सीमेंट समेत सभी क्षेत्रों में निवेश के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। फिल्म उद्योग के लिए माहौल तैयार हो रहा है। झारखंड में राजनीतिक स्थिरता है, टीम वर्क की भावना वाले अधिकारी हैं। पारदर्शी और सरल नीतियां हैं और सरकार की नीयत साफ है।
इकोनॉमी कैपिटल बनाना है
20 महीने के कार्यकाल में न तो उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप लगा नहीं लगा और न ही बड़ी उग्रवादी हिंसा की कोई घटना हुई। इस अवसर पर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि झारखंड निवेश के लिए सबसे बेहतर विकल्प है। मुख्यमंत्री राज्य को सोशल और इकोनॉमी कैपिटल बनाना चाहते हैं। राज्य में कोयला, पानी और जमीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। रोड के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। जमशेदपुर, देवघर, हजारीबाग, दुमका को एयर कनेक्टिीविटी से जोड़ा जा रहा है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि झारखण्ड में विकास की असीम क्षमता है और इनका सदुपयोग सबसे बड़ी चुनौती। राज्य में निर्णय लेनेवाली प्रतिबद्ध सरकार है इसलिए आसानी से लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। इस मौके पर उद्योग और खान सचिव ने दावा किया कि झारखंड पूर्वी भारत का सबसे से तेजी से विकास करने वाला राज्य है। यहां उद्योग स्थापित करने के लिए तमाम आधारभूत संरचना मौजूद है।
नगर विकास में करें निवेश : सीपी
नगर विकास सह आवास मंत्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि नगर विकास के क्षेत्र में निवेश की बेहतरीन संभावनाएं हैं। उन्होंने स्मार्ट सिटी और विभिन्न शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, बस टर्मिनल, ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
शिक्षा में करें निवेश : नीरा यादव
रोड शो के दौरान शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने निवेशकों को शिक्षा के क्षेत्र में निवेश का आमंत्रण दिया। उन्होंने बताया कि राज्य में 600 नए कॉलेज खोलने का प्रस्ताव है। 100 नए कॉलेजों की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। तीन नये निजी विश्वविद्यालयों में एडमिशन शुरू हो गया है। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं।
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इन कंपनियों के साथ झारखंड सरकार ने एमओयू किया
1. ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड- कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपए की लागत से 140 एकड़ भूखंड में 2 निर्माण पार्क स्थापित करेगा।
2. एमएनआर एजुकेशन ट्रस्ट- शिक्षा के क्षेत्र में 350 करोड़ रुपए की लागत से एमएनआर एजुकेशन ट्रस्ट ईन्टीगेटेड मेडिकल और पारामेडिकल एडुकेशन कैंपस की स्थापना 80 एकड़ के भूखंड पर अगले 5 वषरें में किया जाएगा।
3. टाटा स्टील लिमिटेड- खनन एवं मेटेलर्जी क्षेत्र में सीएसआर के तहत सॉफ्ट स्कील सिस्टम में युवाओं को प्रशिक्षित करेगा।
4टेक महिन्द्रा- आईटी-आईटीईएस के क्षेत्र में कौशल विकास तथा रोबोटिक्स एवं क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम। इसके अतिरिक्त ईन्क्यूबेशन सेंटर एवं बीपीओ ईकाई की स्थापना।
5. डेशून हॉस्पीटल और हार्ट रिसर्च संस्थान- डेशून हॉस्पीटल और हार्ट रिसर्च संस्थान के साथ सरकार 500 बेड वाला मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पीटल एवं 1300 सीटों वाली नर्सिंग संस्थान और 300 सीटों वाली पारामेडिकल संस्थान की स्थापना करेगी।
6. फ्यूल- 10 वषरें तक राज्य में कौशल विकास तथा क्षमता निर्माण करना।
7. वाकारंगी लिमिटेड- ई-गवर्नेस के क्षेत्र में 1600 से अधिक वाकारंगी केन्द्रों का निर्माण, जिन में से 1100 केंद्रों की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में की जाएगी। इसके द्वारा (बीटूबी और बीटूसी) सर्विस मुहैया करायी जाएगी।
8. बोकारो सेवा ट्रस्ट सह रामा विश्यविद्यालय कानपुर- 100 करोड़ की लागत से बोकारो में स्वास्थ्य एवं मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में 300 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल की स्थापना तथा बोकारो में मेडिकल रिसर्च की स्थापना।
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