रांची (ब्यूरो) । श्री श्याम मण्डल, रांची द्वारा अग्रसेन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में सोमवार को खाटू नरेश श्याम बाबा को चांदन द्वादशी के पावन अवसर पर प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक श्री श्याम प्रभु को खीर चूरमा का भोग अर्पित किया गया। भोग के मुख्य यजमान रमेश सारस्वत अपने पूरे परिवार के साथ श्याम बाबा को खीर चूरमा का भोग अर्पित किए। सर्वप्रथम मण्डल के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश बागला, मंत्री धीरज बंका एवं सारस्वत परिवार द्वार गणेश पूजन कर मन्दिर में विराजे वीर बजरंगबली एवं शिव परिवार का भी पूजन कर विभिन्न प्रकार के फल एवं मिष्ठान अर्पित कर श्री श्याम प्रभु को खीर चूरमे का भोग अर्पित किया। इस अवसर पर पूरा मन्दिर परिसर हारे के सहारे की जय - लखदातार की जय जयकारों के गूंज उठा।

पेयजल बांटा गया

द्वाशी के दिन श्री श्याम प्रभु का प्रिय भोग खीर चूरमा को लेने भक्त कतारबद्ध होकर प्राप्त कर रहे थे। साथ ही श्री श्याम मण्डल के कार्यकर्ता आए हुए भक्तजनों को ठंडा शुद्ध पेयजल का वितरण कर रहे थे तथा उनके चरण पादुका को रखने की उत्तम व्यवस्था बना हुआ था। खीर चूरमा का भोग श्री श्याम मन्दिर में ही निर्मित किया गया तथा 250 से ज्यादा भक्तों ने प्रसाद प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेश सारस्वत, राकेश सारस्वत, महेश सारस्वत, मधुसूदन सारस्वत, केशव सारस्वत, माधव सारस्वत अरुण धनुका, प्रमोद बगडय़िा, बिनोद सारस्वत, अजय साबू, विवेक ढांढनीयां का सहयोग रहा।

श्याम मंदिर में विशेष पर्व उत्सव कल

श्री श्याम मित्र मण्डल द्वारा हरमू रोड़ के श्रीश्याम मंदिर में शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर खाटूनरेश का विशेष पर्व उत्सव आयोजित बुधवार को विविध कार्यक्रमों के साथ होगा। श्री श्याम मित्र मंडल के प्रथम महामंत्री विश्वनाथ नारसरिया ने बताया कि खाटूधाम के श्रीश्याम मंदिर की परंपरा के अनुसार ही हरमू रोड़ के श्रीश्याम मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव होगा। नारसरिया ने बताया कि इस दिन मुख्य समारोह रात्रि 9.00 बजे प्रारंभ होगा, जिसमें खाटूनरेश की अखंड पावन ज्योति प्रज्वलित करके भजन संकीर्तन की शुरुआत होगी। परितोष, एवं मिनी प्रीतम भजनों का संगीतमय गायन करने के लिए आ रही हैं.श्री खाटूनरेश सहित श्रीश्याम मंदिर में विराजमान देवी देवताओं को वस्त्र, विशेष श्रृंगार श्वेत (सफेद) रहेगा। राजनीगंधा, गुलाब,कोरोनेशन,आर्किड, मोती आदि के सफेद फूलों की मालाओं से विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इस दिन सभी के आभूषण भी श्वेत (सफेद) होंगे प्रसाद भी लगभग सफेद ही रहेगा। खीर - पुड़ी व हरा मिरचा की लुंजी, श्वेत काजू मेवा, श्वेत नारियल का भोग अर्पित किया जाएगा। वर्ष भर सिर्फ एक बार गर्भगृहो में भी सफेद लाईट जलेगी। कोलकाता - बेंगलोर से फूल मालाये आ रही हैं।