रांची (ब्यूरो) । हृदय संबंधी आपातकालीन स्थिति विशेष रूप से हार्ट अटैक आने पर सबसे पहले यदि आप सीपीआर प्रमाणित रूप से देना जानते हैं तो रोगी की जान बचाई जा सकती है। बीएलएस/एसीएलएस का पूरा कोर्स यही सिखाता है कि आपातकालीन स्थिति में क्या करना है। मेडिका हॉस्पिटल के 20 प्रतिभागियों ने बीएलएस- एसीएलएस की 3 दिवसीय ट्रेनिंग के साथ लिखित, मौखिक और व्यावहारिक परीक्षा दी। तीन दिवसीय सत्र के प्रमुख इंस्ट्रक्टर इमरजेंसी विभाग के एचओडी डॉ रोहित सेंगर ने बताया की मेडिका झारखंड का पहला हॉस्पिटल है जहां साल में 3 बार अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा प्रमाणित कोर्स कराया जाता है। इसमें पास हुए बीएलएस/एसीएलएस प्रोवाइडर की मान्यता पूरे विश्व में है।

जीवन रक्षक प्रणाली

मेडिकल डायरेक्टर डॉ विजय मिश्र ने पास हुए प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा की प्राथमिक जीवन रक्षक प्रणाली का लाभ अधिक-से-अधिक जरूरतमंद को मिलेगा। परीक्षा पास करने वाले आईटी हेड सुहैल कैसर ने कहा की मैं नॉन मेडिकल प्रोफेशनल हूं, पर तीन दिन सीखने के बाद लगा ये कोर्स सभी को सीखना चाहिए। आयोजन को सफल बनाने में डॉ बसंत, ब्रदर जोसेफ, ब्रदर सीजू, ब्रदर साजू, एकेडमिक कोऑर्डिनेटर मौसमी की भूमिका सराहनीय रही।