रांची (ब्यूरो) । महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने रांची क्लारेशियन धर्मसमाज के स्थापना के 175वीं वर्षगांठ के अवसर पर जुबिली मिस्सा बलिदान अर्पित किया। इस उपलक्ष्य में महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने क्लारेशियन धर्मसमाज के प्रत्येक सदस्यों के लिए विशेष प्रार्थना कर बधाईयां एवं शुभकामनाएं दी।

रांची के क्लारेशियन धर्मसमाज के पुरोहितों एवं धर्मबंधुओं के आमंत्रण को स्वीकार कर महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने उनके धर्म समाज के 175वीं वर्षगांठ के अवसर पर उनके लिए क्लारेशियन विद्या निकेतन, सपारोम में मिस्सा बलिदान अर्पित किया। फादर देव सहाय मिंज और फादर विजय कुमार पन्ना ने इस मौके पर अपने बुलहट जीवन का 25वां वर्षगांठ मनाया।

उत्थान के लिए

मिस्सा बलिदान के दरम्यान महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने अपने धर्मोपदेश में कहा कि अपने जीवन को दूसरों के लिए समर्पित करना, उनके उत्थान के लिए काम करना सही अर्थ में जुबिली है। उन्होंने पुराना विधान का हवाला देते हुए, जुबिली का अर्थ समझाते हुए बताया कि ज़मीन को उर्वरता का नवीनीकरण करने का मौक़ा देना और दूसरों को विकास करने का अवसर देना ही जुबिली कहलाता है। मिस्सा के अंत में रजत जयंती मनाने वाले फाश देव सहाय मिंज और फाश विजय कुमार पन्ना ने केक भी काटा।

ये हुए शामिल

क्लारेशियन धर्मसमाज के इस 175वीं वर्षगांठ के जुबिली समारोह में रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आलावा, फ़ादर विजय कुमार पन्ना, फादर देव सहाय मिंज, फादर बिपिन कांडूलना, फादर मनोज कुल्लू, विभिन्न धर्मसमाज की धर्मबहनें, आर्चबिशप के सेक्रेटरी फादर असीम मिंज एवं क्लारेशियन धर्मसमाज के 30 अन्य पुरोहित शामिल हुए।