रांची (ब्यूरो) । दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से झारखंड एक्सीलेंस आवार्ड के तहत कुल 14 हस्तियों को सम्मानित किया गया। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सभी अवार्डी को हरमू रोड स्थित काव रेस्टोरेंट हॉल में सम्मानित किया। कृषि मंत्री के हाथों अवार्ड पाकर सभी अवार्डी काफी खुश नजर आ रहे थे।
ये हुए सम्मानित
डॉ जेएन दिव्या
आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में रांची ही नहीं बल्कि झारखंड में एक जाना-माना नाम हैं डॉ जेएन दिव्या का। आपने अपने तीस साल से भी 'यादा के करियर में 2 लाख से भी 'यादा लोगों को गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाया है। असाध्य रोगों का आयुर्वेद के माध्यम से सफल इलाज कर आपने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
कुमार किशन चंद्र
कम्प्यूटर साइंस और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की पढ़ाई आज के युवाओं का सबसे हसीन सपना होता है। इस पढ़ाई के सपने को पिछले सात सालों से साकार कर रहे हैं कुमार किशन चंद्र जी। कुमार किशन न्यू टेक क्लासेज के माध्यम से लोगों की जिंदगी बदल रहे हैं। बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर आप अपनी सेवा तो दे ही रहे हैं, साथ ही साथ बच्चों के भविष्य निर्माण में आप आधार स्तंभ की भूमिका निभा रहे हैं।
लाल प्रवीर नाथ शाहदेव
अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी ठाकुर प्रवीर नाथ शाहदेव पिछले 50 सालों से जगन्नाथपुर मंदिर के सेवक रहे हैं। इन्होंने अपने पूर्वजों के सुनहरे इतिहास को संजोए रखा है और उनके सम्मान को दिन प्रतिदिन बढ़ाते जा रहे है। भगवान जगन्नाथ के सच्चे सेवक ठाकुर प्रवीर नाथ शाहदेव का सम्मान अपने आप में एक अनोखा अनुभव है।
डॉ महादेव कुमार
डॉ महादेव कुमार ने संघर्ष से अपनी मंजिल को हासिल किया और आज 17 सालों से गरीबों की सेवा कर रहे हैं। कोकर के कॉस्मो डेंटल केयर में मरीजों के दांतों का इलाज करते हैं। पैसे की कमी के कारण कोई भी मरीज इनके दरवाजे से बगैर इलाज कराए नहीं लौट सकता। हर पल ये लोगों की मदद को तैयार रहते हैं।
मनीषा शर्मा
अविराज आईएएस की निदेशक मनीषा शर्मा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के साथ ही प्रतिभाव छात्र-छात्राओं को यूपीएससी, जेपीएससी और जेएसएससी के अलावा हर तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार कर रही हैं। बीते कई वर्षों से दिल्ली के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से रांची में नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था करा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए इन्हें झारखंड एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया।
मो माजिद उद्दीन
सुधा डेयरी, रांची के सीईओ माजिद उद्दीन का सीधा संबंध मातृत्व से भी है। सुधा दूध जो पिछले चार दशक से भी ज्यादा समय से किसी परिचय का मोहताज नहीं, अपनी उत्कृष्ट सेवा और उच्च मानकों को हासिल करने के कारण ही सुधा आज डेयरी का सरताज बना हुआ है।
पिंकी सिंह
रांची में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रहे वेंचर स्किल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर पिंकी सिंह ने गरीबों और कम आय वर्ग के ब'चों को आत्मनिर्भर बनाकर रोजगार से जोडऩे की मुहिम छेड़ रखी है। इन्होंने अपने प्रयास से पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षित किया है, और बड़ी बात यह है कि इसके लिए आपने शुल्क का कोई प्रावधान ही नहीं रखा है।
डॉ सुफल एक्का
बचपन में जब इन्हें स्कूल जाने के लिए 12 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता था तभी इन्होंने प्रण किया कि शिक्षा के क्षेत्र में जरूर काम करूंगी और वह आज अपने मिशन पर आगे बढ़ रही हैं। डॉ मिसेज सुफल एक्का जिन्होंने रांची के नगड़ी में डब्लू जॉन मल्टीपरपज बोर्डिंग स्कूल की स्थापना कर गरीब ब'चों को कम फीस पर शिक्षा उपलब्ध कराती हैं। इनका मिशन पैसा कमाना नहीं बल्कि बच्चों को शिक्षित करना है।
सुशील कुमार
रांची में चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम है सुयोग फार्मा और सुयोग पॉलीक्लिनिक डायग्नोस्टिक सेंटर। सुशील कुमार ने इसे जनसेवा से जोड़ा है और अपनी सेवा भावना का परिचय देते हुए लोगों की चिकित्सा सेवा में नित नए भाव जोड़े हैं। गरीबों की मदद करना और समाज में अपने कार्यों के माध्यम से दूसरों को संदेश देना आपके व्यक्तित्व का आईना है।
डॉ उमाशंकर वर्मा
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं यू एस पॉलीक्लिनिक कचहरी चौक, रांची के मुख्य कार्यकारी निदेशक डॉ यूएस वर्मा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। डॉ वर्मा आरएमसीएच, रांची के 1969 बैच के एमबीबीएस चिकित्सक तो हैं ही, इसके साथ ही मेडिसिन मे एमडी तथा होम्योपैथिक की डिग्री पटना होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज से ले चुके हैं। पूरे झारखंड बिहार में एलोपैथी के साथ-साथ होम्योपैथिक में शिक्षा ग्रहण करने वाले मात्र एक ही चिकित्सक हैं।