JAMSHEDPUR: बुधवार को दिन-दहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात उलीडीह थाना क्षेत्र के डिमना रोड राजीव पथ साईं मंदिर के पास की है। सुबह बाइक सवार दो अपराधियों ने सुमन रक्षित नाम के युवक को गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। पास के जिम में प्रैक्टिस कर रहे युवकों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। स्थानीय लोगों ने सुमन को तत्काल टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बॉडी का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर, पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन की। इस दौरान दौरान 9 एमएम का एक खोखा बरामद किया है। पुलिस अपराधियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
चल रही थी सुमन की सांस
मृतक सुमन के पिता विजय रक्षित ने बताया कि उसके बेटे को गोली लगी है ये बात उन्हें तब पता चली जब सुमन को टाटा मेन अस्पताल में स्ट्रेचर पर लिटाया गया। तब उन्होंने बेटे की काख में एक सुराख देखा जिससे पता चला कि उसे गोली मारी गई है। विजय ने बताया कि जब सुमन उसकी दुकान पर आया था तो उसकी सांस चल रही थी।
जुबिली पार्क के पास तोड़ा दम
विजय रक्षित ने बताया कि टाटा मेन अस्पताल ले जाते समय ऑटो में अपने बेटे का सर अपनी गोद में रखे थे। उसकी सांस चल रही थी। लेकिन, जैसे ही ऑटो जुबिली पार्क के अंदर दाखिल हुआ शायद उसी समय सुमन ने आखिरी हिचकी ली।
इंटर पास करने के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई
विजय रक्षित ने बताया कि उसके बड़े बेटे सुमन रक्षित ने इंटर तक पढ़ाई की थी। इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। इन दिनों वो अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटा रहा था। उसका छोटा भाई शुभम रक्षित भी पढ़ाई छोड़ चुका है। वो भी पिता के कारोबार में हाथ बंटा रहा है।
आसनगर की गली से भागे बदमाश
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक से आए बदमाश राजीव पथ ब्रांच रोड में पावर फिटनेस जिम के सामने सुमन रक्षित को गोली मारने के बाद आसनगर गली से होकर भागे थे। इस गली में दो मकानों में तीन सीसीटीवी मौजूद हैं। पुलिस ने तीनों सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। पुलिस को हमलावरों के बारे में अहम सुराग मिले हैं। सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, एमजीएम थाना प्रभारी अरविंद कुमार और उलीडीह थाना प्रभारी चंद्रशेखर ने घटनास्थल का जायजा लिया और घटनास्थल के आसपास रहने वालों से पूछताछ भी की।
परिजनों के थम नहीं रहे आंसू
सुमन की हत्या के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। सुमन की मां संपा रक्षित का रो-रोकर बुरा हाल है। टाटा मेन अस्पताल में भी वो बस रोती जा रही थी। सुबह से उसने घर में कुछ भी नहीं खाया पिया। कुछ भी पूछने पर बस वो यही कहती हैं कि उनका बेटा हीरा था। उसने किसी का क्या बिगाड़ा था जो उसे गोली मारी गई।