छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : जैसे ही घड़ी की सुई ने रात के 12 बजने का इशारा किया प्रभु यीशु का आगमन हुआ। इसके साथ ही लौहनगरी के चर्चो के बेल बज उठे और आराधना का दौर शुरू हो गया। यीशु के जन्म लेते ही शहर के सभी चर्च में कैरोल गाकर यीशु का स्वागत किया गया। प्रभु यीशु के जन्म के बाद लोगो ने प्रार्थना की और क्रिसमस की बधाई एक दूसरे को दी। चचरें में भारी संख्या में मौजूद महिला-पुरुष और बच्चे प्रार्थना किया और प्रभु का आशीष लिया। पास्टर-पादरी ने लोगों को बड़ा दिन का महत्व बताया।
पूरी रात चला प्रोग्राम
क्रिसमस पर यीशु के जन्म के साथ ही कैंडल जलाने का सिलसिला शुरू हो गया। लोग पूरी रात चर्च में आकर प्रभु यीशु से प्रार्थना करते दिखाई दिए। शहर के जार्ज चर्च के फादर जोजो ने बताया कि प्रभु यीशु का जन्म ही संसार के अंधेरे को मिटाने के लिए हुआ है। प्रभु संसार के अंधेरे को प्रकाश में बदलने के लिए हुआ है।
आज होंगी विशेष प्रार्थनाएं
क्रिसमस पर आज पूरे दिन शहर के चर्च पर विशेष प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा। सीता राम डेरा चर्च स्थित जीएल चर्च के फादर ने बताया कि क्रिसमस पर पूरे दिन प्रार्थनाएं होगी। इसके साथ ही समुदाय के लोगों ने केक काट कर लोगों को केक खिलाकर जन्म की खुशी मनाएंगे।
इन चर्चो में भव्य आयोजन
शहर के प्रमुख चर्चो में क्रिसमस को लेकर सेंट जोसेफ चर्च गोलमुरी, सेंट मेरीज चर्च बिष्टुपुर, इन्फेंट जीसस चर्च सोनारी, लोयोला चर्च, बेल्डीह चर्च बिष्टुपुर, सेंट्रल जीईएल चर्च सीतारामडेरा, इमानुएल बैप्टिस्ट चर्च सीतारामडेरा, जीईएल चर्च बिरसानगर, जीईएल चर्च सोनारी, लुपिता चर्च टेल्को, सेंट जॉर्ज चर्च बिष्टुपुर, सेंट मार्क चर्च मानगो, कुटकुटडुंगरी व परसुडीह चर्च आदि चर्च में भव्य आयोजन किया गया।
सजावट से चमक उठे गिरजाघर
गिरजाघरों में बिजली के बल्ब, स्टार, चमकीली पन्नियों, गुब्बारों आदि से आकर्षक सजावट की गई थी। चर्च के अंदर और बाहर बिजली लाइटों की रंगीन झालरों के प्रकाश से मनमोहक माहौल था। शहर के सभी चर्चो का परिसर क्रिसमस के अवसर पर रोशन था।
आज मनेगा क्रिसमस का जश्न
प्रभु यीशु मसीह के जन्म के बाद मसीही समाज मंगलवार को क्रिसमस का जश्न मनाएगा। सुबह चर्च में प्रार्थना सभा होगी। लोग माता मरियम और प्रभु यीशु के आगे मोमबत्ती जलाकर दुआएं मांगेंगे। इसके बाद एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देंगे।