JAMSHEDPUR: मानगो स्थित वर्कर्स कॉलेज में मंगलवार को तीन दिवसीय क्षमता विकास कार्यशाला कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला कालेज की इंटरनल क्वालिटी एश्यूरेंस सेल (आइक्यूएसी) द्वारा आयोजित किया गया। पहले सत्र में मेंटल हेल्थ एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर निमंत्रित रिसोर्स पर्सन डा। मनोज कुमार महापात्र का व्याख्यान हुआ, जिसमें आज के मनुष्य का व्यस्ततम एवं तनाव ग्रस्त जीवन से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रभावशाली उपाय के बारे में चर्चा हुआ। सबसे पहले डा। महापात्र, मनुष्य का तनाव का कारण के संबंध में जानकारी दिए और उन कारणों का विश्लेषण करते हुए उसके निदान के लिए कुछ प्रभावशाली सूत्र बताए।
स्टूडेंट्स की समस्यओं पर चर्चा
द्वितीय सत्र का विषय था पर्सन्लटी एंड साइकोलाजी ऑफ लर्नर्स। इस सत्र में रिसोर्स पर्सन के रूप में स्वयं प्राचार्य डा। सत्यप्रिय महालिक थे। उन्होंने आज के विद्यार्थियों का व्यक्तित्व के बारे में चर्चा किया। अध्ययन काल में महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की समस्याओं के बारे में विस्तार पूर्वक विश्लेषण किया। वह आज के विद्यार्थियों का मानसिकता एवं अध्ययन के प्रति उनकी रुचि इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिए एवं विद्यार्थियों के भीतर अपने प्रतिभाओं की खोज करते हुए उसके विकास के लिए बहुत सारे उपायों के बारे में चर्चा की, जो प्रतिभागी शिक्षकों के लिए बहुत ही ज्ञानवर्धक रहा। कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी के को-ऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुभाष चंद्र दास ने किया।
वीमेंस कॉलेज में एक हजार छात्राएं साथ-साथ कर सकेंगी ऑनलाइन क्लास
कोविड-19 के दौर में अबाधित और गुणवत्तापूर्ण आनलाइन कक्षाएं, आंतरिक मूल्यांकन व कंटेंट मैनेजमेंट के लिहाज से वीमेंस कॉलेज में मंगलवार को सभी स्थाई, संविदा व अतिथि शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए ओरिएंटेशन सत्र का आयोजन किया गया। केयू की पूर्व कुलपति और वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर (डा.) शुक्ला महांती ने बताया कि कालेज ने सिस्को वेबेक्स मीट सॉफ्टवेयर को क्रय करके कॉलेज की आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाईज कराया है। इस साफ्टवेयर से कक्षाएं लेना, उन्हें रिकॉर्ड करना, अनुश्रवण करना, फीडबैक लेना, असेसमेंट करना, उपस्थिति लेना जैसी गतिविधियां आनलाइन संचालित होंगी। इसमें एक ही समय पर एक हजार तक छात्राओं की कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित हो सकेंगी। साइबर सिक्यूरिटी की ²ष्टि से भी यह एक सुरक्षित साफ्टवेयर है। ओरिएंटेशन से सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं लाभान्वित हुए हैं। छुट्टियों के बाद इसका प्रयोग करते हुए कक्षाएं सुनिश्चित की जाएंगी।