जमशेदपुर(ब्यूरो)।अब तक हमने एलपीजी सिलेंडर से जुड़े नियमों के बारे में आपको जानकारी दी। आपको बताया कि कैसे एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं और आपके हक और अधिकार के बावजूद लुटने के लिए बाध्य कर रहे हैं। यहां तक तो मामला आपके आर्थिक नुकसान से जुड़ा था, लेकिन आज जो हम बात कर रहे हैं वो आपकी जान-माल के साथ ही सरकार के राजस्व से भी जुड़ा है। कुल मिलाकर कहें तो सरायकेला-खरसांवा और ईस्ट सिंहभूम के एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स आपके और अपने स्टाफ्स के जान माल के साथ खिलवाड़ करने के साथ ही राजस्व का भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। यही नहीं ऑटो पर बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर एलपीजी सिलेंडर की ढुलाई की जा रही है।
दोनों जिलों में 52 डिस्ट्रीब्यूटर्स
ईस्ट सिंहभूम और सरायकेला खरसावां में सबसे ज्यादा एचपी और इंडेन एलपीजी के डिस्ट्रीब्यूटर हैं। इनमें इंडेन के 37 और एचपी के 15 डिस्ट्रीब्यूटर हैं। नियमानुसार सभी को सिलेंडर की होम डिलीवरी करनी है, लेकिन ऐसा होता नहीं है।
बिना नंबर के ऑटो से भी डिलीवरी
इनमें से एक डिस्ट्रीब्यूटर के पास 6 से 12 ऑटो एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी करते हैं। अब इन अटो की बात करें तो इनमें से ज्यादा कंडम हो चुके हैं। कई अटो में तो रजिस्ट्रेशन नंबर ही नहीं लिखा है। यानी ये ऑटो बिना नंबर के ही सड़क पर दौड़ रहे हैं। इनमें एक दो एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर नहीं बल्कि ज्यादातर शामिल हैं और सभी लोगों की जानमान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
बाइक के नंबर पर ऑटो
इसी तरह कई ऑटो ऐसे हैं जिनपर रजिस्ट्रेशन नंबर तो है, लेकिन गलत हैं। टेल्को स्थित जमशेदपुर गैस सर्विस में चल रहे कई डिलीवरी ऑटो पर जो नंबर लगा है वह बाइक के हैं। इनमें एक ऑटो जिसपर रजिस्ट्रेशन नंबर जेएच 05 एमवाई-9309 लिखा है, वह ऑटो का नहीं बल्कि स्पलेंडर मोटरसाइकिल का नंबर है, जो अपने आप में अजूबा है।
सरकार को राजस्व का नुकसान
डिलीवरी व्हीकल पर गलत नंबर डालकर एजेंसी संचालक द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, साथ ही सरकार को भी राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। इस संबंध में हमने जमशेदपुर गैस सर्विस के संचालक अमन अग्रवाल से बात करने का प्रयास किया तो एक महिला ने फोन उठाकर कहा कि वे अफिस में नहीं हैं। जब उक्त महिला से संचालक का कांटेक्ट नंबर मांगा गया तो उसने देने से इंकार कर दिया।
फायर फाइटिंग सिस्टम भी नदारद
इसके अलावा इन डिलीवरी ऑटो में अग्निशमन की भी कोई व्यवस्था नहीं होती। साथ ही सभी वाहनों का पॉल्यूशन, फिटनेस और दूसरे कागजात भी फेल है, लेकिन इसकी परवाह किसी को नहीं है। इसके बावजूद इन कंडम वाहनों से एलपीजी सिलेंडर की ढुलाई हो रही है, जो हर वक्त भयंकर हादसे को निमंत्रण दे रहा है। इतना ही नहीं कई ट्रक भी हैं, जिससे सिलेंडर का ढुलाई होती है, लेकिन उसपर भी रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है।एसेंशियल सर्विस होने के कारण हम इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे, लेकिन यह बहुत ही गंभीर मामला है। मामले में गैस एजेंसियों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-दिनेश रंजन, डीटीओ, ईस्ट सिंहभूम-सरायकेला-खरसावां