छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : वर्कर्स कॉलेज में तीन जनवरी से बिना वैध आइकार्ड के छात्रों का प्रवेश निषेध कर दिया गया है। इस संबंध में नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है। छात्र संगठनों के बीच हो रही आपसी तनातनी तथा स्कूल में अड्डाबाजी रोकने को यह व्यवस्था लागू की जा रही है.इस बात की प्राचार्य डॉ। बीएन प्रसाद ने बताया कि कॉलेज का शैक्षणिक वातावरण सही राहे इस कारण यह व्यवस्था की जा रही है।
चल रही है जांच
दरअसल पिछले कुछ दिनों से कॉलेज में आइकार्ड की जांच की जा रही है। इस दौरान 15 फर्जी आइकार्ड पकड़े गए थे। इसमें सारे कार्ड में बीए पार्ट वन लिखा हुआ है तथा सत्र 2015-17 लिखा हुआ है। प्राचार्य को शक होने पर आइकार्ड जांच करवायी गई तो ये आइकार्ड फर्जी पाये गए। प्राचार्य द्वारा इन दिनों लगातार आइकार्ड की जांच की जांच की जा रही है।
अड्डेबाजी को रोकने की कवायद
प्राचार्य अड्डाबाजी करने वाले छात्र और छात्राओं को भी टोक रहे हैं। बहुत देर तक कॉलेज मे बैठे रहने का कारण भी पूछ रहे हैं। प्राचार्य द्वारा लगातार कक्षाओं में बैठने की सलाह छात्र-छात्राओं को दी जा रही है। कक्षाओं में नहीं शामिल होने पर अभिभावकों से सीधे बातचीत की जा रही है।
ग्रेजुएट कॉलेज में सेल्फी लेने पर रोक
ग्रेजुएट कॉलेज में सेल्फी लेने पर रोक लगा दी गई है। कॉलेज प्रबंधन द्वारा इस संबंध में नोटिस चस्पा किया गया है। प्राचार्या डॉ। सत्यरूपा श्रीवास्तव के हस्ताक्षर से चस्पा किए गए नोटिस के अनुसार यदि कॉलेज में सेल्फी लेती हुई छात्राएं पकड़ी गई तो उन्हें सीएलसी दे दिया जाएगा। इस संबंध में बताया जा रहा है कि कॉलेज के प्रथम, द्वितीय तल्ले में मनाही के बावजूद छात्राएं पोज देकर सेल्फी लेती थी। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जब मना करने पर छात्राओं ने आदेश नहीं माना तो मजबूरी में कॉलेज प्रबंधन को यह आदेश निकालना पड़ा।
नकाब व मोबाइल पर पहले लगी थी रोक
मालूम हो कि इससे पहले वीमेंस कॉलेज में नकाब और मोबाइल इस्तेमाल पर पांबदी लगायी गई थी, लेकिन यह आदेश अब तक प्रभावी नहीं हो पाया। अब यह देखना है कि ग्रेजुएट कॉलेज में यह आदेश कब तक प्रभावी रहेगा।