JAMSHEDPUR: भीषण गर्मी के साथ छठ जैसे महापर्व होने के बावजूद वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर शनिवार की सुबह म् बजे से ही मानगो जलापूर्ति योजना के तहत क्भ् नंबर में बनाए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इसके कारण शुक्रवार से प्रभावित मानगो के ख्ब् हजार घरों में लगातार दूसरे दिन जलापूर्ति नहीं हो सकी। खासकर स्लम एरिया के बस्तियों में पानी के लिए हाहाकार मच गयी। लोग अपने-अपने बर्तन लेकर सड़क किनारे बने नलों के सामने जमा कर दिया। लोग स्थानीय नेताओं के साथ ही क्षेत्र के विधायक सह मंत्री सरयू राय से शिकायत की।

डीसी से की वार्ता

मंत्री सरयू राय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए डीसी अमित कुमार से वार्ता की। मंत्री सरयू राय के पहल पर मानगो ट्रीटमेंट प्लांट में हड़ताली कर्मचारियों व पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता मंतोष कुमार, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी जगदीश प्रसाद यादव, मानगो थाना प्रभारी के अलावा अन्य लोग शामिल थे। वार्ता के बाद हड़ताली कर्मचारियों से सहमति बनी कि रामनवमी के बाद उनके वेतन बढ़ाने संबंधी बातों पर बातचीत होगी। समझाने-बुझाने के बाद कर्मचारी हड़ताल समाप्त कर काम पर लौट गए। इसके बाद बारी-बारी से विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति शुरू की गयी।

नल के किनारे जमा थे बर्तन

शुक्रवार से मानगो क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं हो रही थी। लोग यह आस लगाए बैठे थे कि शुक्रवार को पानी नहीं आया तो शनिवार को जरुर आएगा। लोगों की आस उस समय टूटता दिखा जब पता चला कि जलापूर्ति योजना के तहत काम कर रहे कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इस अवसर पर बिरसारोड उलीडीह तथा न्यू उलीडीह आदिवासी जनकल्याण विद्यालय के पास बर्तनों का ढेर लग गया था। स्थानीय महिला सुनीता देवी, महेश्वरी देवी, पप्पू व मुन्ना का कहना था कि पानी नहीं रहने के कारण घर में खाना पकाना मुश्किल हो गया है।

सप्लाई बाधित करने वालों पर हो कार्रवाई : सरयू

विधायक सह खाद्य आपूर्ति व संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने मानगो क्षेत्र में जलापूर्ति बाधित करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश डीसी अमित कुमार को दिया है। डीसी को मंत्री ने कहा कि पर्व त्यौहारों के मौसम के साथ ही भीषण गर्मी में पानी की आपूर्ति बाधित करने वालों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के प्रावधान लागू करें। मंत्री ने कहा कि आज अचानक हड़ताल पर जाकर मानगो में जलापूर्ति बाधित करने वाले कर्मियों की मांगों पर तभी विचार होगा, जब वे सही तरीके से उठाएंगे और कानून व मानवता के दायरे में रहेंगे। डीसी को निर्देश दिया कि जलापूर्ति के लिए अलग से आपात कार्ययोजना तैयार रखी जाए और एक समानांतर व्यवस्था पीछे में तैयार रखी जाए ताकि जलापूर्ति में बाधा पहुंचाने वालों से निबटा जा सके।