JAMSHEDPUR: रेल यात्रियों के दो-चार रुपये (छुट्टे पैसे) ऐंठ कर रेलवे के कुछ बुकिंग क्लर्क खूब माल काट रहे हैं। इसका खुलासा बुधवार को तब हुआ जब विजिलेंस टीम ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के टिकट बुकिंग काउंटर पर छापेमारी की। छापेमारी में दो बुकिंग क्लर्क के गल्ले (काउंटर) से उनके द्वारा बेची गई टिकट के एवज में ली गई राशि से कहीं ज्यादा रकम बरामद की गई, जिसे टीम ने जब्त भी कर लिया।
दरअसल ये बुकिंग क्लर्क वैसे यात्रियों से रेल टिकट के एवज में छुट्टे न होने का बहाना बनाकर राउंड फिगर में रकम ले लेते थे और छुट्टे पैसे वापस नहीं करते थे। इसे ऐसे समझिए कि किसी को अगर 96 रुपये का रेल टिकट लेना है तो क्लर्क उससे 100 रुपये ले लेते और यात्री से कहते कि चार रुपये छुट्टे नहीं हैं। जब यात्री भी छुट्टे न होने के कारण निर्धारित 96 रुपये नहीं दे पाता तो 100 रुपये देकर चार रुपये छोड़ जाता है। अक्सर क्लर्क यही फंडा अपनाते, जिससे दो-चार रुपये के ये छुट्टे पैसे पूरी एक दिन की शिफ्ट के दौरान उनके लिए हजारों रुपये तक की एक्स्ट्रा आमदनी बन जाती। छापेमारी टीम में पांच सदस्य थे, जो करीब तीन घंटे तक जांच करते रहे।
शिकायत के बाद की गई छापेमारी
विजिलेंस टीम ने यह छापेमारी उस शिकायत के बाद की, जिसमें किसी यात्री ने टाटानगर स्टेशन के बुकिंग काउंटर में बुकिंग क्लर्क द्वारा टिकट के एवज में अधिक रकम वसूलने का आरोप लगाया था। शिकायत मिलने के बाद गार्डेनरीच से टीम टाटा पहुंची और बुकिंग काउंटर में जमा राशि की जांच की। छापेमारी के बाद विजिलेंस टीम ने रेल यात्रियों से भी पूछताछ की और उनका बयान लिखा।
क्लर्को की गतिविधियों पर रखीं निगाहें
विजिलेंस टीम ने करीब एक से डेढ़ घंटे तक बुकिंग काउंटर के बाहर खड़े होकर क्लर्को की गतिविधियों पर नजर रखी। कुछ देर के बाद टीम के तीन सदस्य काउंटर के अंदर गए और उस क्लर्क की जांच शुरू कर दी जिसपर उन्हें निगरानी रखने के दौरान शक हुआ था। एक-एक कर दो क्लर्क को अनियमितता में पकड़ा गया और जब उनके पास जमा रकम का बेचे गए टिकट के साथ मिलान किया गया तो उनके पास हिसाब से अधिक राशि मिली। इसपर क्लर्क से पूछताछ करने के बाद टीम ने राशि जब्त कर ली गई। इस दौरान टीम ने पूरी छापेमारी की वीडियोग्राफी भी की।