जमशेदपुर (ब्यूरो): बाजार में कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन दैनिक और साप्ताहिक हाट बाजार लगाने वालों से जमीन उपलब्ध कराने के नाम पर शुल्क की वसूली की जा रही है। यह वसूली लंबे समय से हो रही है। उधर, आदित्यपुर थाना और प्राथमिक हेल्थ सेंटर वाले रोड पर सडक़ के किनारे लगने वाले दैनिक सब्जी बाजार के दुकानदार वसूली करनेवालों से त्रस्त हैं। उनका आरोप है कि उनसे शुल्क की दैनिक वसूली की जाती है। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि प्रतिदिन छोटे दुकानदारों से 30 रुपए और बड़ा जगह घेरकर दुकान लगाने वालों से 100 रुपए तक की वसूली की जाती है। दुकानदारों ने बताया कि उन्हें जो रसीद दी जाती है वह भी गलत होती है। रसीद पर 20 रुपए शुल्क वसूलने की बात है, लेकिन दुकानदारों से 30 रुपए प्रतिदिन वसूला जाता है। इस तरह एक सब्जी विक्रेता से मासिक तौर पर न्यूनतम 900 रुपए की वसूली की जा रही है। अगर तबीयत खराब होने या किसी अन्य कारण से दुकानदार कुछ दिनों तक दुकान नहीं लगाते हैं तो बाजार मास्टर द्वारा वह जगह दूसरे को आवंटित कर दी जाती है।

दिंदली विकास समिति वसूल रही मासूल

इसी तरह बाजार के अंदर के दुकानदारों से मासिक 200 रुपए की वसूली की जाती है। रसीद तो कृषि उत्पादन बाजार समिति सरायकेला के नाम से कटती है। पहले उसपर गम्हरिया लैम्पस के अभिकर्ता का हस्ताक्षर होता था और अब दिंदली विकास स्वावलंबी समिति के अभिकर्ता का हस्ताक्षर है।

3 साल से नहीं हुआ टेंडर

जानकारी के मुताबिक पिछले करीब 3 साल से बाजार का टेंडर नहीं हुआ है। ऐसे में जमशेदपुर स्थित परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति द्वारा दुकान लगाने वालों से मासिक शुल्क की वसूली बंद कर दी गई है। वहीं बिना टेंडर के सरायकेला-खरसांवा जिले में बाकायदा रसीद काटकर मनमाने तरीके से शुल्क की वसूली की जा रही है।

शुल्क वसूली का मामला क्या है, इस बारे में बाजार समिति के सचिव से बात कर पूरी जानकारी मांगी है। मामले में जानकारी मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया की जाएगी।

-रामकृष्ण कुमार, एसडीओ, सरायकेला-खरसावां