छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा स्टील में 500 कर्मचारी पुत्रों को नौकरी मिलेगी। अभ्यर्थियों की अधिकतम उम्र सीमा से 40 वर्ष से बढ़ाकर 42 वर्ष कर दी गई है। चयन का आधार अंग्रेजी व ¨हदी में लिखित परीक्षा होगी। इसके अलावे, टाटा स्टील के स्थायी व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं में विस्तार किया गया है। यह पहली दिसंबर 2020 से प्रभावी होगा। बुधवार दोपहर यूनियन कार्यालय में प्रेस वार्ता में यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री सतीश कुमार सिंह व डिप्टी प्रेसिडेंट अर¨वद पांडेय ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी।
बन गई थी सहमति
अध्यक्ष ने बताया कि ग्रेड रिवीजन समझौते के समय ही प्रबंधन के साथ 500 रजिस्टर्ड कर्मचारी पुत्रों की बहाली पर सहमति बन गई थी। कोविड-19 का प्रकोप खत्म होने पर फरवरी-मार्च में बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी। परीक्षा में सफल होने पर उम्मीदवारों का मेडिकल टेस्ट के बाद एक वर्ष की ट्रे¨नग और छह माह की प्रोबेशन अवधि पूरी करनी होगी। प्रशिक्षण अवधि में सभी प्रशिक्षुओं को सरकार द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी के रूप में 8778 रुपये मिलेंगे। प्रशिक्षण अवधि में सफल होने पर सभी आश्रितों का टाटा स्टील में एनएस-1 में बहाली होगी। टाटा स्टील में लिखित परीक्षा में जितने भी कर्मचारियों के आश्रित अभ्यर्थी सफल होंगे, उनकी तीन चरणों में बहाली होगी। पहले वर्ष व दूसरे वर्ष में 175-175 व तीसरे वर्ष में 150 आश्रितों की बहाली होगी। टाटा स्टील के वैसे कर्मचारी जिन्होंने 25 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है, यदि उनके बच्चों का कंपनी में रजिस्ट्रेशन हैं तो वे भी इस बहाली प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।
समझौते पर हस्ताक्षर
नियोजन व मेडिकल सुविधाओं के विस्तार पर बुधवार को हुए समझौते पर प्रबंधन की ओर से वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) सुरेश दत्त त्रिपाठी, नामित वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) आत्रेया सरकार, ग्रुप चीफ एचआर एंड आइआर जुबिन पालिया व हेड स्टैबलिशमेंट राहुल दुबे, जबकि यूनियन की ओर से अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री सतीश कुमार सिंह व डिप्टी प्रेसिडेंट अर¨वद पांडेय ने हस्ताक्षर किए।