जमशेदपुर (ब्यूरो) : शहर के प्रमुख निजी विश्वविद्यालय नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय को पिछले सप्ताह यूजीसी से मंजूरी मिल गई है। अप्रैल के महीने में अपने 3 दिवसीय निरीक्षण के बाद, निरीक्षण समिति ने यूजीसी अधिनियम 1956 की धारा 2 (एफ) के तहत विश्वविद्यालय को अपनी मंजूरी दे दी। इसे एक बेहतरीन कदम के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह मंजूरी प्राप्त करने वाला एनएसयू शहर का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
वीसी ने जाहिर की खुशी
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने यूजीसी स्वीकृति मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शुरू करने के केवल 3 वर्षों में ही इस उपलब्धि को हासिल करने पर हमें गर्व है। कहा कि निरीक्षण टीम ने विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे के साथ-साथ अकादमिक गतिविधियों से संतुष्ट होने के बाद इसकी स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि इससे हमारे छात्रों को अधिक प्लेसमेंट प्राप्त करने में मदद मिलेगी साथ ही उनके प्रमाणपत्रों की वैल्यू भी बढ़ जएगी।
सभी विषयों की पढ़ाई
गौरतलब है कि शुरू में वर्ष 2006 में नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के रूप में स्थापित किया गया था, जहां केवल बीबीए और एमबीए की पढ़ाई होती थी। इसके बाद संस्थान को झारखंड राज्य निजी विश्वविद्यालय अधिनियम 2018 के तहत वर्ष 2018 में एक विश्वविद्यालय में बदल दिया गया। अब विश्वविद्यालय में फार्मेसी, नर्सिंग, बी एड, होटल मैनेजमेंट, मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म, एलएलबी, एलएलएम, इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, बायोटेक्नोलॉजी, बीबीए, एमबीए, बीसीए, एमसीए, बीए, एमए, बी कॉम, एम कॉम, बी एससी और एमएससी कोर्स जैसे 20 से अधिक पेशेवर और शैक्षणिक पाठ्यक्रम चल रहा है। विश्वविद्यालय में भौतिकी और रसायन विज्ञान जैसे विज्ञान पाठ्यक्रमों के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं हैं, 200 क्षमता वाली आईटी प्रयोगशाला, नर्सिंग के लिए ए / वी प्रयोगशाला और पोषण प्रयोगशाला, मास कम्युनिकेशन के लिए स्टूडियो और फार्मेसी के लिए प्रयोगशाला है। विश्वविद्यालय में लड़कों और लड़कियों के छात्रावासों के लिए दो अलग-अलग भवन हैं। विश्वविद्यालय के छात्रावासों में 24 घंटे वाई-फाई के साथ सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। लड़कों के छात्रावास में एक व्यायामशाला है जो छात्रावास में रहने वाले सभी छात्रों के लिए खुला है। प्लेसमेंट के लिहाज से भी विश्वविद्यालय का प्रदर्शन अच्छा रहा है।