SARAIKELA: पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती थाना बाघमुंडी में लूट की घटना को अंजाम देकर भाग रहे दो आरोपी अपराधियों 25 वर्षीय अमन सिंह और 21 वर्षीय विशाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि आरोपी अपराधियों की घेराबंदी के दौरान उनका तीसरा साथी जंगल पहाड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। गिरफ्तार उक्त दोनों अपराध कर्मियों के पास से पुलिस ने दो लोडेड देशी पिस्तौल, 7.65 एमएम का 7 ¨जदा कारतूस, बाघमुंडी थाना क्षेत्र के बकरी व्यापारी से लूटा गया 7 हजार नगद, एक विवो कंपनी का मोबाइल और काले रंग की जेएच 05 सीआर- 2807 संख्या की एक पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की है।
एसपी ने दी जानकारी
अपराधकर्मियों के गिरफ्तारी के संबंध में पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि गुरुवार को तिरूलडीह थाना के पुलिस पदाधिकारी के माध्यम से ईचागढ़ थाना प्रभारी को सूचना मिली कि एक काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार हथियारों से लैस तीन अपराधकर्मी बंगाल के सीमावर्ती बाघमुंडी थाना क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देकर ग्रामीण रास्तों से होते हुए ईचागढ़ चौका की ओर भाग रहे हैं। और तिरूलडीह थाना प्रभारी द्वारा उक्त अपराध कर्मियों का पीछा किया जा रहा है। सूचना पर चांडिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा ईचागढ़ एवं चौका के थाना प्रभारी को पुलिस बल के साथ घेराबंदी कर भाग रहे अपराधकर्मियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया। इसके बाद पुलिस द्वारा चंदनपुर के जंगल के पास में संयुक्त अभियान के साथ तीनों अपराधकर्मियों का पीछा करते हुए आगे से सख्त घेराबंदी की गई। पुलिस से घिरते हुए देख अपराध कर्मियों द्वारा पुलिस पर दो राउंड फाय¨रग भी की गई। इस दौरान दो आरोपी अपराधकर्मी अमन और विशाल को गिरफ्तार किया गया। जबकि उनका तीसरा अपराधकर्मी साथी जंगल पहाड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
कबूल किया गुनाह
गिरफ्तार दोनों अपराध कर्मियों द्वारा पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि बाघमुंडी थाना क्षेत्र में बकरी व्यापारी से 15 हजार लूट कर भाग रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों के हो हल्ला करने और पुलिस की घेराबंदी से हथियार सहित पकड़े गए। इस संबंध में ईचागढ़ थाना प्रभारी के स्वलिखित बयान के आधार पर ईचागढ़ थाना कांड संख्या 15/ 2021 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसमें तिरूलडीह, ईचागढ़ और चौका के थाना प्रभारी एवं सशस्त्र बल के संयुक्त सक्रियता और त्वरित कार्रवाई के कारण गिरफ्तारी संभव हो सकने की बात एसपी द्वारा बताई गई।