JAMSHEDPUR: बागबेड़ा स्थित याराना मेंशन के पास सोमवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की सनसनीखेज हत्या कर दी गई। अपनी ही पत्नी व दो बच्चों की हत्या के बाद हत्यारे ने खुद को भी मारने का प्रयास किया।
नहीं खुला घर का दरवाजा
इस जघन्य सनसनीखेज कांड को अंजाम दिया बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर 6, प्लॉट नंबर 175 2/1 में रहने वाले जितेंद्र कुमार (उम्र 37 वर्ष) ने। सोमवार की सुबह से ही उसके घर का दरवाजा नहीं खोला गया था। बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी फ्लैट के निचले फ्लोर में ही जितेंद्र के मां पिता दोनों साथ में रहते थे। जब सुबह में दरवाजा नहीं खोला तो मां के कहने पर पड़ोसी ने घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन जितेंद्र या उसकी पत्नी ने दरवाजा नहीं खोला। काफी शोर मचाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तब पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ दिया। दरवाजे के समीप खून बिखरा पड़ा था।
जितेंद्र हॉस्पिटल में एडमिट
अंदर जाने पर देखा कि बेड पर पत्नी रानी कुमारी, उनका 6 साल का बेटा आदित्य और 2 साल का बेटा कार्तिक मरे पड़े थे, जबकि जितेंद्र जिसके पेट में चाकू लगा था एक तरफ गिरा पड़ा था। उसकी सांस चल रही थी पड़ोसी ने उसके पेट पर गमछा बांधकर उसे ऑटो से टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) ले कर पहुंचे, जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। जितेंद्र सिंह का इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल में किया जा रहा है। फिलहाल जितेंद्र सिंह के होश में आने का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार उसके होश में आने पर ही घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सकती है।
पुलिस कर रही जांच
प्रथम दृष्टया कहा जा रहा है कि जितेंद्र ने अपने परिवार को चाकू मारा है, लेकिन पुलिस इसकी जांच कर रही है। जितेंद्र पूर्व में क्यूआरटी में कार्यरत था, अभी टाटा स्टील में कर्मचारी के रूप में काम कर रहा है। जितेंद्र के पिता का नाम सत्यनारायण सिंह है जो सेवानिवृत्त हैं।