JAMSHEDPUR: एमजीएम थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 पर मंगलवार की सुबह हुई ट्रांसपोर्ट कंपनी के अधिकारी विजय कुमार सिंह की हत्या ट्रांसपोर्टर ब्रजेश कुमार पांडेय ने कराई थी। पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर ब्रजेश के ड्राइवर बुधराम बास्की को गिरफ्तार कर लिया है। बोड़ाम थाना क्षेत्र के भादोडीह गांव के रहने वाले बुधराम बास्की ने ट्रांसपोर्ट अधिकारी की रेकी की थी। वो न्यू सुमन होटल के सामने स्थित आशियाना इंक्लेव में ट्रांसपोर्ट अधिकारी के घर पर सुबह आठ बजे से ही रेकी कर रहा था और जैसे ही ट्रांसपोर्ट अधिकारी घर से निकले इसकी सूचना ट्रांसपोर्टर ब्रजेश को दे दी थी। पुलिस ने बुधराम को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने ब्रजेश के मुखियाडांगा स्थित घर पर भी दबिश दी, लेकिन वो नहीं मिला। ब्रजेश के पकड़े जाने के बाद पुलिस को पता चलेगा कि किस शूटर ने विजय कुमार की हत्या की थी। गौरतलब है कि एसोसिएट रोड कॅरियर कंपनी (एआरसी) में डिवीजनल मैनेजर के पद पर तैनात विजय कुमार सिंह की मंगलवार की सुबह साढ़े नौ बजे तब गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जब वो भिलाई पहाड़ी स्थित अपने दफ्तर जा रहे थे।

भदोही में मिल रही लोकेशन

पुलिस ने बताया कि हत्या आरोपित ब्रजेश कुमार पांडेय उत्तर प्रदेश के भदोही का रहने वाला है। उसकी लोकेशन भदोही के आसपास मिल रही है। माना जा रहा है कि वो हत्या की घटना के बाद से ही भदोही निकल गया है।

25 नवंबर से रहा था रेकी

बुधराम ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि ट्रांसपोर्टर ब्रजेश कुमार पांडेय ने उसे 25 नवंबर को फोन किया था। तब उसे कहा गया था कि वो ट्रांसपोर्ट अधिकारी विजय कुमार सिंह की रेकी करे। वो कब घर से निकलते हैं और कितने बजे अपने दफ्तर जाते हैं। कितने बजे वो दफ्तर से घर लौटते हैं। सारी जानकारी लेकर बुधराम को ब्रजेश को बताना था।

मंगलवार को सुबह ही आशियाना पहुंच गया था बुधराम

बुधराम ने पुलिस को बताया कि वो मंगलवार को घटना वाले दिन सुबह आठ बजे ही डिमना चौक से थोड़ी दूर पर मौजूद आशियाना इंक्लेव पहुंच गया था। वो विजय कुमार के फ्लैट पर दूर से ही नजर रखे हुए था। वहां से जैसे ही विजय कुमार सिंह घर से बाइक पर निकले उसने ब्रजेश को फोन पर इसकी सूचना दे दी थी।

घटना के बाद स्विच ऑफ थे फोन

एमजीएम थाना प्रभारी ने बताया कि घटना के बाद ट्रांसपोर्टर ब्रजेश पांडेय ने अपने ड्राइवर बुधराम को साढ़े नौ बजे के करीब फोन किया था। ब्रजेश ने बुधराम को फोन पर बताया था कि काम हो गया है। अब घर जाओ। इसके बाद ब्रजेश और उनके ड्राइवर बुधराम दोनों के फोन स्विच ऑफ हो गए थे।

ब्रजेश की गाडि़यों को कर दिया था ब्लैक लिस्ट

एआरसी ट्रांसपोर्ट कंपनी में ब्रजेश पांडेय की पांच छोटी गाडि़यां चलती हैं। इन्हीं गाडि़यों की लोडिंग व अनलोडिंग को लेकर हफ्ता भर पहले झगड़ा हुआ था। गाडि़यों में सामान खराब होने की भी शिकायत थी। पुलिस के अनुसार इसके बाद कंपनी में ब्रजेश की गाडि़यों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया था। इसी से ब्रजेश विजय कुमार से खुन्नस खाया हुआ था और उसने धमकी भी दी थी।

कॉल रिकार्डिग होने का दावा

एमजीएम थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस के पास सुबूत के तौर पर हत्यारोपित बनाए गए ब्रजेश कुमार पांडेय और उनके ड्राइवर बुधराम के बीच हुई टेलीफोनिक बातचीत की रिकार्डिग है। इसी से पुलिस हत्यारोपित तक पहुंची। इस बातचीत में हत्याकांड को लेकर ब्रजेश और उसके चालक बातचीत कर रहे हैं।

एक महीने से हो रही थी रेकी

ट्रांसपोर्ट अधिकारी विजय सिंह की रेकी एक महीने से हो रही थी। विजय सिंह को भी इसका आभास हो गया था। उन्होंने मुंबई में जॉब करने वाले अपने छोटे भाई अभिषेक सिंह से इसकी चर्चा की थी। उन्हें बताया था कि जब वो घर से अपने दफ्तर के लिए निकलते हैं तो कोई उनका पीछा करता है।

कंपनी के पुराने ऑफिस विवाद पर भी तफ्तीश

पुलिस को पता चला है कि विजय कुमार सिंह जिस एसोसिएट रोड कॅरियर कंपनी (एआरसी) में डिवीजनल मैनेजर थे, उसके पुराने कार्यालय की इमारत का विवाद चल रहा था। इस विवाद में पैरवी विजय कुमार सिंह ही कर रहे थे। वो कंपनी के आला अधिकारियों के आदेश पर इस विवाद में हाईकोर्ट में रिट दायर करने के लिए कागजात तैयार कर रहे थे। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। हो सकता है कि विजय कुमार से खार खाए लोग आपस में मिल गए हों और प्लान बना कर घटना को अंजाम दिया गया हो।

जौनपुर में होगा अंतिम संस्कार, गांव ले जाया गया शव

विजय कुमार सिंह के शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर उत्तर प्रदेश के जौनपुर के चंदवा थाना क्षेत्र के महदेवा गांव लेकर चले गए हैं। विजय के छोटे भाई अभिषेक और गांव से आए अन्य रिश्तेदार भाई अलगू सिंह, दीपू सिंह, मृतक के मौसा, मामा आदि एंबुलेंस से शव लेकर जमशेदपुर से शाम पांच बजे गांव के लिए रवाना हुए। यहां से विजय सिंह की पत्नी सीमा सिंह और बच्चे हर्ष व वंश भी साथ में गए हैं। जौनपुर में बुधवार को विजय सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। विजय कुमार का परिवार ब्रह्माभोज होने के बाद पखवारे भर बाद वापस जमशेदपुर लौट कर आएगा।