JAMSHEDPUR : कोरोना वायरस को देखते हुए टाटा स्टील ने कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगले आदेश तक तबादला व पदस्थापना पर रोक लगा दी है। कंपनी प्रबंधन ने गुरुवार को जारी अपने आदेश में इंटर स्टेट में कर्मचारी तभी यात्रा कर सकते हैं जब वे सेफ्टी नियमों का अनुपालन किया हो। लेकिन कर्मचारी अपने साथ अपने परिवार के सदस्यों को नहीं ले जा सकते हैं। कोरोना वायरस की स्थिति सामान्य होने पर वे परिवार को अपने साथ दूसरे शहर ले जा पाएंगे। वहीं, एक राज्य से दूसरे राज्य जाने पर मौजूदा परिस्थिति को देखकर कर्मचारियों को छूट दी जाएगी। नई जगह पर संबधित कर्मचारी की शारीरिक उपस्थिति की बाध्यता नहीं रहेगी। वहीं, नियमों का अनुपालन करते हुए कंपनी के आइएल-1, पर्सनल एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और सीइओ सह एमडी को दूसरे स्थानों पर जाने पर कोई रोक नहीं रहेगी। दूसरे राज्य जाने वाले कर्मचारियों के लिए यदि रहने की कोई व्यवस्था नहीं होती है तो कंपनी प्रबंधन इंस्टीट्यूशनल व पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था करेगी और वे सभी तरह के भत्ते के ही हकदार होंगे। वैसे कर्मचारी जो अपने परिवार को छोड़कर दूसरे स्थान पर जाते हैं तो उन्हें नई पॉलिसी के तहत एचआरए का भी लाभ मिलेगा।
एक ही लाइन पर हो रहा काम
टाटा मोटर्स में 55 साल से ज्यादा उम्र वाले कर्मचारियों को काम से बैठाने के बाद यहां कई विभागों में मैनपावर कम हो गया है। कंपनी में 55 से ज्यादा उम्र के कार्यरत स्थायी, अस्थायी व ठेका मजदूरों को काम पर आने से मनाही कर दी गई है। ऐसे में इनके स्थान पर नये मजदूरों को काम देने से पूर्व उनकी मेडिकल कराना अनिवार्य है। डिवीजनवार अस्थायी मजदूरों को काम पर बुलाया गया है उससे पूर्व उन्हें कोरोना को देखते हुए पूरी तरह फिट होकर कंपनी में योगदान देना है। ऐसे में और दो-तीन दिन कंपनी में मजदूरों की संख्या कम दिखेगी। ऐसे में कई जगह दो लाइन को मिलाकर एक ही लाइन पर काम हो रहा है। इससे उत्पादन प्रभावित नहीं होगा तथा कर्मचारियों की संख्या में भी सामंजस्य बरकरार रहेगा। प्लांट वन में जहां दो लाइन है, वहां भी बुधवार को एसेंबली लाइन वन व टू के कर्मचारियों को मिलाकर एक ही लाइन पर काम कराया गया है। यहां फिलहाल दो पाली में ही काम हो रहा है।