जमशेदपुर(ब्यूरो)। सड़क को लेकर दैनिक जागरण - आई नेक्स्ट द्वारा जो अभियान चलाया जा रहा है, उसकी सबसे अह और असली तस्वीर हम आज आपको दिखा रहे हैं। इससे पहले तो हम आपको सड़क पर होने वाले भीड़ की स्थिति से अवगत तो करा ही चुके हैं अब उसकी भयावह तस्वीर भी दिखा देते हैं।

सबको है जाना

गम्हरिया मार्केट के पास सड़क पर सुबह 6 बजे से ही दुकानें सजनी शुरू हो जाती है। इसके बाद अगले कुछ घंटों में यहां की स्थिति कितनी भयावह रहती है, इसके बारे में तो केवल आप सुनते ही रहे हैं। हमने आज सुबह जब वहां का नजारा देखा तो पाया कि सड़क पर पैदल चलने तक की जगह नहीं, लेकिन उसी भीड़ से कार, बाइक के साथ ही ट्रक भी गुजर रहे हैं। यह सब कुछ खतरे को निमंत्रण दे रहा है।

स्कूल जाना मुश्किल

एक दिन पहले इस भीड़ के कारण दुर्घटना भी हुई थी, जिसमें एक स्कूटी सवार ट्रक की चपेट में आ गया था, हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आयी, लेकिन भीड़ के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को होती है। कई बार तो स्कूल पहुंचने में उन्हें विलंब हो जाता है। जो अभिभावक अपने बच्चों को खुद ही बाइक या दूसरे वाहन से स्कूल पहुंचाने जाते हैं, उन्हें इस भीड़ के कारण काफी परेशानी होती है, लेकिन वे चाहकर भी कुछ नहीं कर पाते।

8 बजे के बाद पुलिस

गम्हरिया बाजार में आदित्यपुर पुलिस का बीट केंद्र भी है, जहां पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन इस बीट पर भी पुलिसकर्मी 8 बजे के बाद ही आते हैं। तब तक लोग पूरी तरह त्रस्त हो चुके होते हैं। यह रोज की बात है, लेकिन पुलिसकर्मियों का ध्यान इस ओर नहीं जा पा रहा है और न ही कोई इस ओर ध्यान देने की सोच रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सुबह 6 बजे से यहां पुलिस की ड्यूटी हो और वे रोड पर दुकान लगाने वालों को रोकें तो आम लोगों को परेशानी से निजात मिल सकती है।

क्या है जाम का समाधान

लोगों का कहना है कि अगर रोड पर दुकान लगाने वालों को बाजार के अंदर जगह दे दी जाए और जिन लोगों ने अपने नाम से दुकान लेकर उसे किराए पर लगा दी है, उनका आवंटन रद्द कर किसी जरूरतमंद को दो दी जाए, तो परेशानी खत्म हो सकती है। आपको बता दें कि इस योजना पर भी विचार चल रहा है और जल्द ही विभाग द्वारा इस दिशा में कदम उठाने की भी तैयारी की जा रही है, ताकि लोगों को राहत मिल सके।