-लॉकडाउन में छूट के बाद लौहनगरी की कई सड़कों में दिखी जाम की स्थिति

-मार्केट में उमड़े लोग, कई जगहों पर नहीं दिखी सोशल डिस्टेंसिंग

जमशेदपुर। वैश्रि्वक महामारी कोरोना संक्त्रमण के मामले अभी तक पूर्वी

सिंहभूम सहित कोल्हान के तीनों जिलों में नहीं मिले हैं। संक्त्रमण का एक

भी मामला नहीं मिलने के कारण सोमवार से चुनिंदा जरूरी सेवाओं को छूट

प्रदान की गई है। जिला प्रशासन ने अपील की है कि बहुत जरूरत होने पर ही

लोग अपने घरों से बाहर निकलें। घर से निकलने से पहले हाथों को सैनिटाइज

कर लें और मास्क जरूर पहनें। सोशल डिस्टेंस का पालन जरूर करें। शहरी

क्षेत्र में व्यवस्था पहले की तरह ही चलेगी। बाजार पूरी तरह से बंद

रहेंगे। सिर्फ खाद्य सामग्री और दवा की दुकानें ही खुली हैं। किराना व

दवा दुकान बंद करने के लिए समय की पाबंदी भी हटा ली गई है।

लॉकडाउन में दी गई छूट का मतलब या तो शहर के लोग पूरी तरह नहीं समझ पाए

या उन्हें लगता है कि लॉकडाउन से उन्हें आजादी मिल गई है। सुबह से शहर व

नेशलन हाईवे (एनएच)-33 की हालात को देखकर कम से कम ऐसा ही लग रहा था। इसी

क्त्रम में आदित्यपुर टोल ब्रिज पर ट्रिपल राइडिंग कर रहे लोगों को पुलिस

ने रोका तो पता चला कि वे हेल्थ डिपार्टमेंट के कर्मी हैं। उन्हें जमकर

खरी-खोटी सुनाई गई और चेतावनी दी गई। जमशेदपुर के कुछ इलाकों में

चिकेन-मछली की दुकानें खुलीं। इस दौरान कुछ लोगों ने खरीदारी भी की और

उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते देखा गया।

फर्राटा भर रहे वाहन

सोमवार की सुबह से ही शहर की सड़कों पर अचानक ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया।

दोपहिया के अलावा कहीं-कहीं ऑटो भी टेंपो चलते भी नजर आए। मानगो पुल पर

बने चेकपोस्ट पर खड़े पुलिसकर्मियों को चेकिंग करने में काफी मशक्कत करनी

पड़ी। चेकपोस्ट से लेकर वाहनों की लंबी कतार लग गई। हालांकि यहां तैनात

पुलिसकर्मियों ने बिना किसी ठोस वजह के निकले लोगों को वापस भी लौटाया।

दोपहर तक प्रशासन की कड़ाई ने रंग दिखाना शुरू किया और सड़कों पर वाहन

काफी कम हो गए।

खुले गवर्नमेंट ऑफिस

सोमवार से सरकारी कार्यालयों को खोले जाने का असर भी सड़कों पर दिखा।

कार्यालय के समय में सड़कों पर भीड़ ज्यादा रही। वहीं छूट की सूची में

शामिल दुकानों के संचालक व कर्मचारी भी सोमवार को अपने प्रतिष्ठानों को

जाने के लिए निकले। इस बढ़ी भीड़ का फायदा भी कई लोगों ने उठाया। कुछ तो

बचकर निकल गए लेकिन कई लोगों को बैरंग वापस लौटना भी पड़ा।

बढ़ा हैवी व्हीकल्स का आना-जाना

सोमवार को नेशनल हाईवे (एनएच)-33 पर अन्य दिनों की अपेक्षा करीब 20 फीसद

वाहनों की आवाजाही बढ़ी। प्रशासन की ओर से मामले में सख्ती से देखा जा

रहा है कि लॉकडाउन में मिली छूट का नाजायज फायदा तो नहीं उठाया जा रहा

है। आदित्यपुर टोल ब्रिज के पास एक-एक वाहन की जांच करने और वैधता

सुनिश्चित करने के बाद ही वाहनों को जाने दिया जा रहा था।

सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार

मानगो पुल के समीप सब्जी बाजार में लोगों की भीड़ जुटी रही। सुबह के समय

तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते नजर नहीं आए। यहां पुलिस की तैनाती

थी, लेकिन लोगों की भीड़ देखते हुए वे भी मजबूर नजर आए। कदमा स्थित सब्जी

बाजार में सोमवार को भी रोज की तरह भीड़ जुटी। इस दौरान लोगों ने सोशल

डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। लोगों में कोरोनावायरस से बचाव के प्रति

जागरुकता भी नहीं दिखी न ही उनमें कोई खौफ दिखा।

कंपनियां खुलने की उम्मीद

20 अप्रैल के बाद जमशेदपुर सहित कोल्हान के रूरल एरिया में स्थित

कंपनियों के खुलने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक कोह्लान में करीब

800 छोटी कंपनियां, क्त्रशर और ईट-भट्ठे हैं। लॉकडाउन-2 में केंद्रीय गृह

मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार इन कंपनियों को शुरू करने के लिए जिला

प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। इसके लिए उन्हें जिला प्रशासन को अप्लीकेशन

देना होगा। इसके बाद जिलास्तरीय समिति संस्थान का निरीक्षण करेगी। इसमें

सुरक्षा और सोशल डिस्टेंटिंग की व्यवस्था सहित अन्य जरूरी शर्तो के साथ

संचालन की अनुमति मिलेगी। काम-धंधा शुरू होने से लगभग दो लाख मजदूरों को

रोजगार मिलने लगेगा।