-जादूगोड़ा के नवरंग मार्केट की 17 साल की छात्रा है उज्ज्वल
-इशारे से देंगी बाइक का स्टैंड खुला होने की जानकारी
GHATSHILA: जादूगोड़ा के नवरंग मार्केट की 17 साल की छात्रा उज्ज्वल खेमका ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का एक नया तरीका इजाद किया है। बाइक का स्टैंड खुला रहने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किया जाएगा इशारा। जमशेदपुर के वीमेंस कॉलेज की छात्रा उज्ज्वल ने बताया कि एक बार वह अपने पिताजी अजय खेमका के साथ कॉलेज जा रही थी। इस दौरान उसने देखा कि बाइक का स्टैंड खुला होने की वजह से एक बाइक सवार हादसे का शिकार हो गया। यह देख उनके मन में यह ख्याल आया कि कोई ऐसा तरीका इजाद किया जाए, जिससे इशारे से ही बाइक सवार को यह बाताया जाए कि उसका स्टैंड खुला हुआ है। काफी सोच-विचार के बाद उज्ज्वल ने एक ¨सबल तय किया। इसके तहत हाथ के अंगूठे को नीचे की ओर करके वाहन चालक को स्टैंड खुले होने का इशारा किया जाए। उज्ज्वल के पिता अजय खेमका ने बताया कि 15 अगस्त को जादूगोड़ा मोड़ चौक पर इस ¨सबल की लां¨चग की जाएगी। इसके बाद अपने खर्चे से बैनर-पोस्टर के माध्यम से पूरे क्षेत्र में जागरूकता फैलाई जाएगी। इस ¨सबल की एक प्रतिलिपि प्रधानमंत्री को भी भेजी जाएगी।
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बहाली हुई, लेकिन बिना वेतन काम कर रहे शिक्षक
CHAIBASA: झारखंड में भाजपा सरकार ने पहली बार शिक्षकों की बहाली कर वाहवाही लूट ली। इस बहाली से कई बेरोजगार प्रशिक्षितों को रोजगार से जोड़ दिया गया। नाममात्र के मानदेय पर गुजर-बसर करने वाले पारा शिक्षक भी इसके माध्यम से सरकारी नौकरी से जुड़ गए। लेकिन नए बहाल किए गए शिक्षकों को बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है। नियुक्ति के बाद से सात माह गुजर गए। जनवरी से अब तक बिना वेतन के इन्हें स्कूलों में शिक्षक कार्य कराया जा रहा है। वेतन भुगतान को लेकर इसी महीने के आश्वासन पर काम लेने का सिलसिला जारी है। नियुक्ति में जिसे गृह प्रखंड मिल गया, उसे खास असुविधा तो नहीं हो रही। लेकिन जिसे दूसरे प्रखडों में बहाली की गई उनके सामने आवागमन खर्च आदि की समस्या भी उत्पन्न हो गई है।