JAMSHEDPUR: शहर के विभिन्न घाटों में मूर्ति विसर्जन के बाद प्रशासन ने 48 घंटे में नदी की सफाई का आदेश जारी किया है। प्रशासन के आदेश के बाद भी शनिवार दोपहर एक बजे तक घाटों में साफ-सफाई नहीं हुई। दोपहर को घाट का हाल देखा गया जहां पर बच्चे पानी में मूर्तियों में उपयोगी समान ढूढ़ते रहे। वहीं कुछ बच्चे बांका से मूर्तियों से लकड़ी निकालते रहे। बता दें कि प्रशासन के आदेश जारी करने के बाद 24 घंटे का समय बीत चुका है। शनिवार को दोपहर तक घाटों में में सफाई नहीं हुई। एसडीओ चंदन कुमार ने बताया कि घाटों की सफाई के लिए जेएनएसी की टीम सफाई कर रही है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही केंद्रीय पूजा समिति के कार्यकर्ताओं और वालंटियर भी सफाई में प्रशासन की मदद कर रहे हैं। रविवार को वृहतरूप से सफाई कार्य में कर्मचारियों को लगाया जाएगा।
एक ही दिन में घाट का बदला नजारा
मूर्ति विसर्जन के बाद शनिवार को मानगो सहित सभी घाट लाल रंग से ढके दिखाई दिए। विसर्जन के दौरान चुनरी, नारियल की जटा, पालीथीन, प्लास्टिक कागज, फूल, पत्ती आदि से भर गया। मानगो पुल से सफेद जल जी घारा बदली-बदली रही। जहां एक ओर नदियों को साफ करने की बात कहीं जा रही है वहीं दूसरी ओर धर्म के नाम पर नदियों में घरों की गंदगी प्रवाहित की जा रही हैं। जेएनएसी के स्पेशल अफसर कृष्ण कुमार को बात की गई तो उन्होंने बताया कि कार्यालय से 30 से 40 कर्मचारी भेजे गए। लेकिन घाट में सफाई नहीं दिखी।
स्पेशल आफिसर संभालेंगे मोर्चा
स्पेशल आफिसर में ने बताया कि रविवार को वह स्वयं ही घाट में खड़े होकर सफाई कराएंगे। बतादें कि शनिवार को जेएनएसी कार्यालय से 40 कर्मचारी भेज गए थे लेकिन शाम तक घाटाें में कोई सफाई नहीं दिखी। रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में सफाई कराई जाएगी।