जमशेदपुर (ब्यूरो): कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) द्वारा जारी परीक्षा परिणाम पर तो अक्सर सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा मामला टीएमएच कॉलेज ऑफ नर्सिंग के फाइनल ईयर के विद्यार्थियों के जारी परीक्षा परिणाम से जुड़ा है। मामले में नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य ने भी सवाल उठाया है। शनिवार को केयू द्वारा टीएमएच कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों का परीक्षा परिणाम जारी किया गया है। इसमें पांच विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से तो 13 विद्यार्थियों को द्वितीय श्रेणी से पास घोषित किया गया है। इस परीक्षा परिणाम के जारी होने के बाद ही विवाद शुरू हुआ है।
लिखा है लेटर
यूनिवर्सिटी द्वारा परीक्षा परिणाम जारी करने के कुछ देर बाद ही टीएमएच कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य ने केयू को पत्र लिखकर रिजल्ट जारी होने पर खुशी जताते हुए परिणाम पर चिंता के साथ ही इसे गंभीर बताते हुए आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जो छात्र पिछले वर्षों में रैंक धारक थे, उन्हें इस परिणाम में फेल कर दिया गया है। प्राचार्य ने कहा कि परिणाम प्रकाशन के साथ-साथ प्रमुख दैनिक में भी दिया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
सावधानी नहीं बरती
उन्होंने कहा कि केयू के कंट्रोलर सेक्शन द्वारा महीनों पहले भी फस्र्ट सेमेस्टर के छात्रों के लिए इसी तरह के दोषपूर्ण परिणाम घोषित किए गए थे। टीआर प्राप्त होने पर यह स्पष्ट रूप से पता चल रहा था कि सेक्शन ने आईएनसी नियमों के कार्यान्वयन में पर्याप्त सावधानी नहीं बरती और अंतत: सभी स्टूडेंट्स को पास कर दिया गया। वह जानकारी न तो विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दी गई और न ही प्रकाशन के लिए किसी समाचार पत्र को साझा की जाती है। नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि इस तरह की घटनाओं का छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, कॉलेज और विश्वविद्यालय की छवि पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में इसपर ध्यान देने की जरूरत है।