JAMSHEDPUR: कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक संख्या चार निवासी टाटा स्टील के सप्लायर ऋषिकेश चंद्रा के घर पर फाय¨रग में गिरफ्तार मोहित सिंह उर्फ गजानंद सिंह, आकाश सिंह उर्फ छोटूच्बच्चा और राजेश साव उर्फ गब्बर ने सीतारामडेरा थाना की पुलिस को पूछताछ में बताया साकची के दुआ होंडा शोरूम में 29 जनवरी की रात आठ बजे और सप्लायर के घर पर 11 बजे फाय¨रग की गई थी। घटना का कारण दहशत फैलाना था। शोरूम पर कदमा शास्त्रीनगर रोड नंबर सात के निवासी राजेश साव उर्फ गब्बर ने गोली चलाई थी। उसके साथ मोहित सिंह था जो घटना के वक्त स्कूटी चला रहा था। वहां से फाय¨रग करते हुए वापस कदमा लौट गए। कहीं कोई चे¨कग में नहीं पकड़े गए। कदमा पहुंचने के बाद राजेश साव उर्फ गब्बर अपने शास्त्रीनगर घर चला गया। आकाश सिंह उर्फ छोटूच्बच्चा और मोहित सिंह ने कदमा में शराब सेवन किया। वहीं पर सप्लायर के घर पर फाय¨रग की योजना बनाई गई। मोहित सिंह और आकाश सिंह उर्फ छोटूच्बच्चा सप्लायर के घर के पास पहुंचे। मोहित सिंह वहां खड़े होकर निगरानी करने लगा जबकि छोटूच्बच्चा ने तीन राउंड गोली सप्लायर के लग्जरी कार पर चलाई। वहां से दोनों भाग निकले।
रिश्ते में हैं भाई
मोहित सिंह और आकाश सिंह रिश्ते में भाई है। दोनों के घर आस-पास ही है और सप्लायर का घर इनकी घर से कुछ कदम पर है। शोरूम बंद होने के कारण वहां के कर्मचारियों को घटना की जानकारी 30 जनवरी की सुबह तब हुई जब शोरूम खुलने पर मैनेजर और कर्मचारी पहुंचे थे। साकची थाना में शोरूम के मैनेजर जसवीर सिंह की शिकायत पर साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। फाय¨रग करने वालों की गतिविधि सीसीटीवी में कैद हो गई थी। उक्त जानकारी मुख्यालय एक के डीएसपी पवन कुमार ने रविवार को पत्रकारों को दी। डीएसपी ने बताया गिरफ्तार अपराधियों के दो साथी जो भागने में सफल रहे है इनकी तलाश जारी है।
पुलिस ने किया था अरेस्ट
गौरतलब है फाय¨रग करने वाले मोहित और आकाश को पुलिस ने सीतारामडेरा के भालूबासा से गिरफ्तार किया था। दोनों की निशानदेही पर राजेश साव उर्फ गब्बर की गिरफ्तारी की गई। तीन पिस्तौल,कारतूस और घटना में प्रयुक्त स्कूटी और ऑटो को जब्त किया गया। स्कूटी राजेश साव उर्फ गब्बर की निशानदेही पर बरामद की गई। पत्रकार वार्ता में सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल और कदमा थाना प्रभारी रंजीत कुमार भी मौजूद थे।
जमीन को लेकर विवाद
मुख्यालय एक के डीएसपी पवन कुमार ने बताया जैसा आरोपितों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक संख्या चार में जहां सप्लायर नया बि¨ल्डग बना रहा है। वहां पूर्व में मोहित सिंह और ¨टकू सब्जी बेचने वाले की दुकान थी। ¨टकू सब्जी वाले ने जमीन सप्लायर को बेच दी थी। उस समय मोहित रंजन सिंह की हत्या में जेल बंद था। विगत अक्टूबर 2020 को वह जमानत पर रिहा हुआ। सप्लायर से जमीन को लेकर विवाद करने लगा। रुपये की मांग करता रहा जिसको लेकर मोहित और सप्लायर के बीच विवाद चल रहा था। इस कारण सप्लायर के घर पर गोलियां चलाई। हालांकि इसमें किच्नी सच्चाई है। यह तो आगे के अनुसंधान में पता चलेगा। सप्लायर की शिकायत पर फाय¨रग की घटना के बाद कदमा थाना मे मोहित सिंह, उसके भाई रोहित सिंह समेत अन्य के खिलाफ फाय¨रग किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस के पास ये भी सूचना है कि विरोध व गाली-गलौज किए जाने पर सप्लायर मोहित सिंह को कुछ रूपये भी देता था।
ऋषिकेश को टारगेट की थी तैयारी
साकची और कदमा में 29 जनवरी की रात फाय¨रग की घटना के बाद मोहित सिंह, आकाश सिंह और अन्य दो अपराधियों द्वारा सप्लायर ऋषिकेश चंद्रा को दोबारा टारगेट किए जाने की तैयारी थी। कदमा में फाय¨रग के बाद मोहित तीन साथियों के साथ अपनी ऑटो से सीतारामडेरा के भालूबासा की ओर गए थे। वहां से वापस कदमा लौटना था। ऑटो में ही तीन पिस्तौल और कारतूस था। संयोगवश सीतारामडेरा में टाइगर मोबाइल जवानों के हत्थे मोहित सिंह और आकाश सिंह चढ़ गए, जबकि दो अन्य भागने में सफल रहे। इन दोनों का नाम पुलिस को पूछताछ में मोहित ने बताया है जिसे पुलिस ने गोपनीय रखा है। दोनों कदमा के ही रहने वाले है।