जमशेदपुर (ब्यूरो): यंग इंडियंस के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन शनिवार चेन्नई में हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर उपस्थित थे। सम्मेलन में देश में यंग इंडियंस के 65 चैप्टरों से करीब 900 प्रतिनिधियों ने शिरकत की। यंग इंडियंस के जमशेदपुर चैप्टर से 20 सदस्यों ने इसमें भागीदारी की।
मिला सम्मान
इस सम्मेलन में यंग इंडियंस के जमशेदपुर चैप्टर को क्लाइमेट चेंज और मासूम प्रोजेक्ट पर बेहतरीन काम के लिए पुरस्कृत किया गया। क्लाइमेट चेंज का पुरस्कार पर्यावरणविद और थ्री इडियट्स फिल्म में रेंचो के किरदार के प्रेरक सोनम वांगचुक ने जबकि मासूूम का पुरस्कार विदेश मंत्री डॉ। एस जयशंकर ने दिया। सोनम वांगचुक से क्लाइमेट चेंज पुरस्कार लेने के मौके पर जमशेदपुर से प्रतिक अग्रवाल, ऋचा अग्रवाल, कौशिक मौदी और उदित अग्रवाल मौजूद रहे.उल्लेखनीय है कि यंग इंडियंस के जमशेदपुर चैप्टर ने क्लाइमेट चेंज वर्टिकल के तहत ग्रामीण इलाकों में अब तक आठ तालाब खुदवाए हैं.दूसरी ओर मासूूम प्रोजेक्ट के तहत चैप्टर ने स्कूली बच्चों को यौन शोषण व उत्पीडऩ के बावत जागरूक करने की दिशा में सराहनीय प्रयास भी किया है।
खुुश हुए जयशंकर
अपने संबोधन में डॉ एस जयशंकर ने कहा कि उन्हें यंग इंडियंस के युवा सदस्यों से बातचीत कर काफी अच्छा लगा कि वे भारत का बेहतर प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व भारत को प्रतिभा, तकनीक और परंपरा के समन्वय के रूप में देख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए नई-नई योजनाएं लाकर उनका कार्यान्वयन कर रही है। इसके साथ ही कई पहलों के जरिए रोजगार, इनोवेशन और कारोबार को प्रोत्साहित किया जा रहा है। डॉ जयशंकर ने कहा कि तकनीक से संचालित दुनिया में भारत की रणनीति अवसरों को अधिकतम करने और जोखिमों को न्यूनतम करने की है। विकास की गति को रफ्तार देने में तकनीक की बहुत बड़ी भूमिका है। कहा कि पूरी दुनिया भारत के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की कायल हो चुुकी है। ब्रांड इंडिया हम क्या हैं और हम कौन हैं का संगम है.उन्होंने कहा कि अमृत काल दरअसल भारत के युवाओं के लिए है। इस दशक में मोदी सरकार ने विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मजबूत आधार खड़ा कर दिया है।
जमशेदपुर के विशाल अग्रवाला ने किया मॉडरेशन
यंग इंडियंस, जमशेदपुर के विशाल अग्रवाला ने विदेश मंत्री डॉ। एस जयशंकर के साथ इंटरैक्टिव सेशन का मॉडरेशन किया। एक घंटे के इस सेशन में विदेश मंत्री जयशंकर ने कई अहम सवालों के जवाब दिए। विशाल अग्रवाला ने उनसे भारत में बसे भारतीय उद्यमियों के लिए व्यापार करने में आसानी और उनके लिए दोहरी नागरिकता प्रदान करने की संभावनाओं के बारे में पूछा तो डॉ। जयशंकर ने कहा कि दोहरी नागरिकता देने में सुरक्षा और आर्थिक चुनौतियां हैं। इस बात को लेकर भी चुनौतियां हैं कि किन देशों में रहने वाले भारतीयों को दोहरी नागरिकता दी जाए। विदेश मंत्री ने कहा कि (दोहरी नागरिकता का प्रावधान) ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) बढ़ती मांग से निपटने का एक कदम है, लेकिन (दोहरी नागरिकता पर) बहस अभी भी जारी है। विशाल अग्रवाला ने उनसे जानना चाहा कि कई देशों में आंत्रप्रेन्योरशिप वीजा का प्रावधान है, तो भारत सरकार इसे लागू कराने की पहल क्यों नहीं कर रही है। इस पर विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक अच्छा सुझाव है और मंत्रालय इस दिशा में विचार करेगा। इसके अलावा वीजा ऑन अराइवल के मुद्दे पर विशाल ने इसका दायरा बढ़ाने की मांग की, जिस पर विदेश मंत्री ने कहा कि विदेशों में काम करनेवाले भारतीयों को अपना आचार और व्यवहार बेहतर रखना होगा तथा उस देश की परंपराओं को अपनाना होगा, ताकि देश की अच्छी छवि बने। इसके बाद ही इस काम को आगे बढ़ाया जा सकेगा। सोनम वांगचुक से क्लाइमेट चेंज पुरस्कार लेने के मौके पर जमशेदपुर से प्रतिक अग्रवाल, ऋचा अग्रवाल, कौशिक मौदी और उदित अग्रवाल मौजूद रहे।