JAMSHEDPUR: पिछले दो सप्ताह में कोविड 19 के मरीजों की संख्या 10 गुणा बढ़ गई है। दो सप्ताह पहले टीएमएच में मात्र आठ मरीज थे जो अब बढ़कर 80 हो गए हैं। यह कहना है टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के स्वास्थ्य सलाहकार डा। राजन चौधरी का। शनिवार शाम टेली कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने यह जानकारी दी। बकौल डा। चौधरी कोविड 19 के सेकेंड वेब ने जमशेदपुर को भी हिट किया है। ऐसे में कोविड 19 के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जिस तरह से शहरवासी बिना मास्क के भीड़-भाड़ वाले स्थानों में घूम रहे हैं। उससे अंदेशा है कि मरीजों की संख्या और बढ़ेगी। बशर्ते शहरवासी कोविड 19 गाइडलाइन का पालन करें। डा। चौधरी ने बताया कि टीएमएच में उनके ओपीडी सहित जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य दिनों की तरह से संचालित है। लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ी तो उन्हें अपनी सेवाओं में कटौती करनी होगी और बेड की संख्या भी बढ़ानी होगी। डा। चौधरी ने टेली कांफ्रें¨सग में एक बात स्पष्ट कर दी है कि जो व्यक्ति एक बार संक्रमित हो चुके हैं या जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले लिया है, वे दोबारा फिर से संक्रमित हो सकते हैं। हां, वैक्सीन ले चुके मरीज गंभीर रूप से बीमार नहीं होंगे इसलिए सतर्कता जरूरी है। क्योंकि पिछली बार की तरह सेकेंड वेब फैलता है तो अप्रैल व मई में यह च्च्च स्तर पर रहेगा और जून माह के अंत तक इसके मरीजों की संख्या कम होनी शुरू होगी। इसलिए हमें नियमित रूप से मास्क पहनने, शारीरिक दूरी का पालन करने, भीड-भाड़ वाले स्थानों में नहीं जाने, सैनिटाइजर व बार-बार हाथ धोने की आवश्यकता है।
दो दिन में दिए 1950 वैक्सीन
टीएमएच के स्वास्थ्य सलाहकार ने बताया कि 16 जनवरी से ही उनके यहां वैक्सिनेशन की सुविधा शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ने 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले शहरवासियों को भी वैक्सीन देने का निर्देश दिया है। ऐसे में हमने पहली अप्रैल को 750 और दूसरी अप्रैल को 1200 मरीजों को वैक्सीन दिया है। इसके अलावे बारीडीह स्थिति हमारे एमटीएमएच क्लिनिक सहित सिस्टर कंसर्न कंपनी टिनप्लेट में भी वैक्सीन दिया जा रहा है। डा। चौधरी ने सभी शहरवासियों से अपील की है कि वे पहले अपने आपको को-विन पोर्टल पर जाकर खुद का रजिस्ट्रेशन कराए। इसके बाद टीएमएच विश्वास एप पर जाकर किस दिन व समय वैक्सीन लेना है, यह तय करें। इसके बाद ही टीएमएच आएं। इससे वे अनावश्यक भीड़ से बचेंगे और उन्हें अपनी बारी आने के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा।
टीएमएच में भर्ती होने पर देंने होंगे पैसे
यदि कोई मरीज कोविड 19 के तहत टीएमएच में इलाज के लिए भर्ती होते हैं तो उन्हें झारखंड सरकार द्वारा 20 अक्टूबर 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पैसे चुकाने होंगे। इसके लिए गंभीर या मध्यम बीमार होने पर आईसोलेशन बेड व ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 8000 रुपये, आईसीयू में बिना वेंटीलेशन के 10 हजार रुपये और गंभीर रूप से बीमार रहने पर आईसीयू में वेंटीलेशन के लिए 12 हजार रुपये पैकेज के तहत पैसे चुकाने होंगे। डा। चौधरी ने बताया कि वर्तमान में सिमटोमैटिक मरीजों को ही टीएमएच में भर्ती किया जा रहा है जबकि ए सिमटोमैटिक को होम आइसोलेशन में भेज दिया जा रहा है।
दो घंटे में ही प्रभावित होंगे मरीज
डा। राजन चौधरी ने बताया कि पहले वेब की तुलना में सेकेंड वेब, म्युटेड वायरस के व्यवहार में बदलाव हुआ है। पिछले संक्रमण की तुलना में अब संक्रमित मरीज दो घंटे में ही दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। इसका संक्रमण दर काफी हाई है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लेने वाले मरीज में 10 माह तक रोग प्रतिरोधक क्षमता रहती है। इसके बाद उन्हें फिर से वैक्सीन लेना है या नहीं। इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन से अब तक गाइडलाइन नहीं आया है।
48 घंटे के अंदर कोविड रिपोर्ट मान्य
डा। चौधरी ने बताया कि यदि कोई दूसरे राज्य से, कहीं से छुट्टी मानकर शहर आ रहे हैं और उनके संक्रमण के लक्षण हैं और उन्होंने कहीं कोविड 19 का टेस्ट कराया है तो 48 घंटे के अंदर तक उस रिपोर्ट की मान्यता होगी। क्योंकि इसके बाद मरीज को यदि सामान्य वार्ड में भर्ती करते हैं और बाद में वे संक्रमित साबित होते हैं तो दूसरे मरीजों और डाक्टर सहित पारा मेडिकल स्टाफ को संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
जीटी हॉस्टल-4 में होगी जांच
वहीं, टीएमएच के महाप्रबंधक डा। सुधीर राय ने बताया कि बाहर से आने वाले मरीजों की कोविड टेस्ट आवश्यक है। इमरजेंसी में बढ़ती भीड़ और दूसरे मरीजों की सुरक्षा के लिए हमने जीटी हॉस्टल 4 में बाहर से आने वाले मरीजों की जांच करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सेकेंड वेब में टीएमएच के डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ कम से कम संक्रमित हो। इसके लिए कोविड वार्ड व सैंपल लेने वाले सभी पारा मेडिकल स्टाफ को निर्देश दिया गया है कि वे पीपीई किट पहनकर ही अपना काम करेंगे।