JAMSHEDPUR: कोरोना की जांच को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब पर लगी रियल टाइम पीसीआर मशीन में तकनीकी गड़बड़ी आ गई है। इसके कारण जांच प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने दूसरी पीसीआर मशीन उपलब्ध कराई है। इसे इंस्टॉल कर उसका ट्रायल किया जा रहा है। उम्मीद है कि शुक्रवार से यह मशीन काम करने लगेगी। वहीं पुरानी मशीन में जो गड़बड़ी है उसे जल्द ही दूर कर लिए जाने की उम्मीद है। इसके बाद दोनों मशीनों के माध्यम से रोजाना 80 सैंपल की जांच करने का लक्ष्य है। फिलहाल वायरोलॉजी लैब में 50 से अधिक नमूना पें¨डग पड़े हुए हैं। यहां रोजोना 40 नमूनों की जांच का प्रयास किया जाता है लेकिन, मशीन में आई तकनीकी गड़बड़ी की वजह से 20 से 25 की ही जांच ही हो पा रही है। इसके कारण जांच रिपोर्ट आने में देरी हो रही है। शुरुआती दौर में पूरे झारखंड से यहां नमूना आता था लेकिन, उसके बाद रांची रिम्स में जांच शुरू होने से धनबाद सहित पूरे कोल्हान से आता है। अबतक यहां करीब 500 नमूनों की जांच हो चुकी है। इसमें कोल्हान के 302 नमूने हैं। इसमें 247 की रिपोर्ट आई है। बाकि 55 जांच प्रक्रिया में है।
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पीपीई कीट की कमी
कोरोना से लड़ रहे योध्दाओं के लिए पीपीई ( पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) आवश्यक है। लेकिन, जमशेदपुर में इसकी कमी है। इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला था। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भी पत्र लिखा था। वहीं जमशेदपुर नर्सिंग होम एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी स्वास्थ्य मंत्री को पीपीई उपलब्ध कराने की मांग की थी। इधर, प्रशासन योध्दाओं की सुरक्षा को लेकर हर संभव कोशिश कर रहा है। एमजीएम अस्पताल में चिकित्सकों को सैनिटाइज करने के लिए डिस इंफेक्शन सेंटर बनाया गया है। इसके माध्यम से सभी को सैनिटाइज किया जा रहा है।