छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा स्टील के वैसे सेवानिवृत्त कर्मचारी जो कोविड-19 के कारण अब तक कंपनी क्वार्टर में रह रहे हैं। उन्हें अब 31 दिसंबर-2020 तक हर हाल में क्वार्टर खाली करना होगा।
टाटा स्टील के कर्मचारियों को रिटायरमेंट होने के बाद तीन माह तक पूर्व से आवंटित क्वार्टर में रहने की सुविधा मिलती है, लेकिन कोविड-19 के कारण कंपनी प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को क्वार्टर खाली नहीं करने की सुविधा दी थी, क्योंकि इससे सेवानिवृत्त कर्मचारी व उसका परिवार कोविड-19 के संक्रमण से ग्रसित हो सकते थे या कोविड काल में उन्हें क्वार्टर ढूंढने में परेशानी होती।
बढ़ाई थी तारीख
कंपनी प्रबंधन ने 23 मार्च के बाद लगातार दो बार अपने इस आदेश की तारीख में बढ़ोतरी की थी। लेकिन स्थिति थोड़ा सामान्य होने के बाद कंपनी प्रबंधन ने क्वार्टर खाली करने की अंतिम अवधि 31 दिसंबर 2020 तय कर दी है। गुरुवार को कंपनी प्रबंधन ने टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) के शीर्षस्थ नेतृत्व को इस संबंध में जानकारी दे दी है। इस नए आदेश के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को तय समय से पहले क्वार्टर छोड़ना होगा। नहीं तो कंपनी नियमों के तहत उनसे क्वार्टर का किराया भी वसूला जा सकता है।
केंद्र से अधिसूचना का इंतजार
टाटा स्टील के कर्मचारियों को कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) के तहत मिलने वाले ब्याज के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। टाटा स्टील प्रबंधन ने गुरुवार शाम इसकी जानकारी टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व को दी। बताया कि पिछले दो वर्षो से वित्त मंत्रालय ने पीएफ की कुल जमा राशि में ब्याज जोड़ने पर रोक लगाई है। इस पर अभी तक केंद्र सरकार से कोई अधिसूचना प्राप्त नहीं हुई है। ऐसे में कर्मचारियों को ब्याज के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है।
परेशान होने की जरूरत नहीं
हालांकि यूनियन नेतृत्व का कहना है कि इससे कर्मचारियों को परेशानी होने की कोई आवश्यकता नहीं है। जब भी ब्याज का पैसा मिलेगा, उन्हें कंपाउ¨डग इंटरेस्ट के साथ मिलेगा। मालूम हो कि कर्मचारियों को प्रतिवर्ष पीएफ में ब्याज का पैसा जुड़ता है, लेकिन इस वर्ष पैसा नहीं जुड़ने पर यूनियन नेतृत्व इस मामले में पता लगाने के लिए गुरुवार को कंपनी प्रबंधन के वरीय अधिकारियों से मुलाकात की थी।