JAMSHEDPUR: मंगलवार को टाटा स्टील के सीईओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा कि कोविड-19 का असर उत्पादन करने वाली सभी कंपनियों पर पड़ा है, टाटा स्टील भी इससे अछूती नहीं है। कोई बता नहीं सकता कि हम इस वैश्विक महामारी से कब बाहर निकलेंगे। बाजार खुलने के बाद ऑर्डर पर सबकुछ निर्भर करता है।
नरेंद्रन मंगलवार को कोलियरी, मार्केटिंग एंड सेल्स, हल्दिया मेट कोक व जमशेदपुर वर्क्स से टाटा वर्कर्स यूनियन नेताओं के साथ वेब एक्स के माध्यम से ऑनलाइन जुड़े थे। एमडी ने कहा कि वैश्विक महामारी जैसे संकट की घड़ी में हम सभी को सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि टाटा स्टील सीएसआर के तहत जमशेदपुर सहित ओडिशा और महाराष्ट्र में भी काम कर रही है और हम आगे भी अपना प्रयास जारी रखेंगे। एमडी ने प्रतिमाह इसी तरह से सभी यूनियन नेताओं से जुड़ने का आश्वासन दिया। वहीं, एमडी ने एक दिन का वेतन देने के लिए सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। कहा कि कर्मचारियों के योगदान से जितनी राशि एकत्र हुई, उतनी राशि टाटा स्टील भी देगी।
टाटा स्टील ने देखी दो वैश्विक महामारी
एमडी ने बताया कि टाटा स्टील देश की पहली एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने 1918 के स्पैनिश फ्लू के बाद दूसरी बार कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी को देखा है। पहले विश्वयुद्ध के बाद जब संचार के माध्यम इतने मजबूत नहीं थे तब इससे स्पैनिश फ्लू से कुल आबादी का पांच फीसदी लोग प्रभावित हुए थे। लेकिन आज कम्प्यूटर युग में सबकुछ बदल चुका है। सरकार इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए प्रयत्नशील है। ऐसे में हमें भी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए इस वायरस से खुद का बचाव करना चाहिए।
अरविंद पांडेय को सलाह
बातचीत के दौरान टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय ने कहा कि वे घर पर बैठे-बैठे ऊब चुके हैं। इस पर एमडी टीवी नरेंद्रन ने उन्हें शावक नानावटी टेक्नीकल इंस्टीटयूट (एसएनटीआई) द्वारा संचालित ऑनलाइन मॉडयूल कोर्स करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी घर में इन दिनों फुर्सत में हैं वे चाहे तो ऑनलाइन कोर्स कर अपनी क्षमता का विकास कर सकते हैं।
टाटा स्टील के सभी अधिकारी, टीएमएच के महाप्रबंधक और सिक्योरिटी विभाग के सभी कर्मचारियों का बहुत-बहुत धन्यवाद। जिन्होंने कोरोना वायरस के बीच हमारे सभी कर्मचारियों का बहुत अच्छी तरह से देखभाल कर रही है।
आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
टाटा स्टील प्रबंधन बताए कि यूनियन किस तरह से उन्हें सहयोग दे सकती है। मुश्किल घड़ी में हम सभी आपके साथ खड़े हैं।
राकेश्वर पांडेय, राष्ट्रीय सचिव, इंटक