JAMSHEDPUR: मंदी से जूझ रही टाटा मोटर्स व उसकी सहायक कंपनियों के दिन उबरने वाले हैं। ब्लॉक क्लोजर व बंदी की मार झेल रही इन कंपनियों की हालत खराब हो गई है। ऐसे में नए वर्ष में इनकी स्थिति में सुधार होने की संभावना है। 2020 में नए मॉडल की गाडि़यां बनने की वजह से उत्पादन बढ़ेगा, जिसका संकेत अभी से मिलने लगा है। टाटा मोटर्स समेत अन्य कंपनियों का उत्पादन अगले माह बढ़ जाएगा। इससे टाटा मोटर्स को आपूर्ति करने वाली आदित्यपुर की कंपनियों में भी रौनक आएगी।
दिसंबर में होती है गाडि़यों की कम बिक्री
प्रत्येक वर्ष के अंतिम महीने दिसंबर में नए मॉडल को लेकर गाडि़यों की बिक्री कम हो जाती है। एक माह के अंतराल के चक्कर में एक साल पुराना मॉडल मिलता है। अब जो गाडि़यां बनेगी तथा अगले माह जनवरी में बेंची जाएगी उसका मॉडल 2019 के बजाय 2020 लिखा जाएगा। इस वजह से भी नए साल में गाडि़यों की बिक्री बढ़ना तय है। इससे कंपनियों का उत्पादन बढ़ेगा। चालू माह दिसंबर में करीब चार हजार गाडि़यां बनानी है जबकि अगले माह यह संख्या छह हजार से ज्यादा होगी।
बीएस सिक्स इंजन का प्रभाव
2020 में बीएस सिक्स का इंजन बनाना अनिवार्य है। हालांकि टाटा मोटर्स में इस इंजन का ट्रायल पिछले माह से शुरू है। बीएस सिक्स इंजन की गाडि़यां बाजार में आने से उसकी मांग बढ़ेगी फिर उसका उत्पादन भी बढ़ जाएगा। इसे लेकर कंपनी में अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है।
रात्रि पाली में भी शुरू है काम
टाटा मोटर्स में बंद रात्रि पाली में काम अधिकतर जगह फिर से शुरू हो गया है। जनरल शिफ्ट, ए पाली व बी पाली में काम जोरों पर है। काम से बैठाए गए अस्थायी कर्मियों की वापसी होने लगी है। ऐसे में कंपनी की हालत सुधरने का अंदेशा दिखने लगा है।
स्टील स्ट्रिप्स की स्थिति में भी हुआ सुधार
टाटा मोटर्स की स्थिति सुधरने के साथ ही गोविंदपुर की स्टील स्ट्रिप्स कंपनी की हालत में भी सुधार होने लगा है। टाटा मोटर्स के लिए पहिया बनाने वाली इस कंपनी में ठेका मजदूरों की वापसी भी होने लगी है। यहां भी ए व बी पाली में काम शुरू है। नए साल में यहां भी उत्पादन बढ़ने की पूरी संभावना है।
एक्सग्रेसिया दिलाने की उठने लगी मांग
टाटा मोटर्स के 46 कान्वाई चालकों को एक्सग्रेसिया दिलाने की मांग फिर उठने लगी है। 46 कान्वाई चालकों को एक्सग्रेसिया (बोनस) दो वर्षो से नहीं दिया गया है। इस मांग को लेकर एक बार फि र कान्वाई चालकों के नेता ज्ञानसागर प्रसाद के नेतृत्व में दिनेश पांडेय, त्रिलोकी चौधरी, सुनील शर्मा, विवेक कुमार, बैजनाथ प्रसाद, बीके राय एवं अजीत कुमार सोमवार को उपायुक्त से मिले। ज्ञानसगार ने कहा है कि झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने के कारण मामला शांत रहा। आंदोलन के दौरान टेल्को थाना, एसडीओ, एडीएम स्तर पर वार्ता हुई थी, जिसमें न्यायसंगत मांग को पूरा करने का आश्वासन मिला था। उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि वे इसमें पहल करेंगे।