CHAKRADHARPUR: चक्रधरपुर रेल मंडल के बामड़ा स्टेशन यार्ड में गुरुवार से प्री नन इंटर लॉ¨कग का कार्य प्रारंभ किया गया। जिस वजह से ट्रेन नंबर टाटा इतवारी पैसजर, टाटा बिलासपुर पैसेंजर का परिचालन रद्द रहा। वहीं ट्रेन नंबर 12872 टिटलागढ हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 13287 दुर्ग राजेन्द्रनगर साउथ बिहार एक्सप्रेस अपने निरधारित समय से घंटों लेट से चक्रधरपुर पहुंची थी। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार बामड़ा स्टेशन में प्री नन इंटर लॅा¨कग कार्य के शुरू होने से इस्पात एक्सप्रेस अपने निरधारित समय दोपहर 01:10 बजे की जगह 3 घंटे 45 मिनट लेट से शाम 5 बजे चक्रधरपुर पहुंची थी। वहीं, साउथ बिहार एक्सप्रेस डेढ घंटे लेट से शाम साढ़े सात बजे चक्रधरपुर पहुंची थी। पैसेंजर ट्रेनों के रद्द होने और ट्रेनों के लेट से चलने के कारण ट्रेनों में यात्रा करने वाले डेली पैसेंजर, विद्यार्थियों व रेलकर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि बामड़ा स्टेशन में प्री नन इंटर लॉ¨कग का कार्य 12 से 23 दिसंबर तक चलेगा।
रेल मंडल में पेंशन अदालत 16 को
रेलवे बोर्ड से मिले निर्देश के अनुसार 16 दिसंबर को चक्रधरपुर रेल मंडल में पेशन अदालत लगाई जाएगी। इस संबंध में पर्सनल विभाग के सीनियर डीपीओ माणिक शंकर ने बताया कि पेंशन अदालत में सेवानिवृत्त रेलकर्मियों की पेंशन, पारिवारिक पेंशन, ग्रेच्यूटी, रिवीजन ऑफ पेंशन, फिक्सड मेडिकल एलांउस, अविवाहित लड़कियों का पेंशन एवं सेटलमेंट से संबधित जुड़े सभी मामलों का निपटारा किया जाएगा। अदालत में शिकायतों की जांच कर 16 दिसंबर की सुबह 11 बजे डीआरएम कार्यालय के सभागार में फैसला सुनाया जाएगा।
दो यात्रियों का हुआ ट्रीटमेंट
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में एक तीन वर्षीय बच्ची और एक 56 वर्षीय महिला यात्री का इलाज रेलवे अस्पताल के डाक्टर ने किया। जानकारी के अनुसार तीन वर्षीय बच्ची का नेहा है। वह ट्रेन नंबर 13576 आसनसोल चैनई एक्सप्रेस में अपने पिता राम प्यारे के के साथ ट्रेन के कोच नंबर एस 6 के बर्थ नंबर 67 में आसनसोल से तामब्रम तक की यात्रा कर रही थी। सफर के दौरान उसे हाई फीवर हो गया था। वहीं, ट्रेन नंबर 12101 एलटीटी हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में सफर कर रही 56 वर्षीय महिला का नाम किरण देवी है। वह ट्रेन के कोच नंबर बी 2 के बर्थ नंबर 9 में मुंबई से हावड़ा तक की सफर कर रही थी। उसे परिजनों ने बताया कि वह कैंसर रोग से ग्रस्त है। सफर के दौरान उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। दोनों ट्रेनों के चक्रधरपुर पहुंचने पर रेल वे अस्पताल के डाक्टर ने जांच कर दवा दिया। इसके बाद ही ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।