छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की भतीजी निशा कोड़ा का अपहरण कर नकदी और गहने लूटने की साजिश भाजपा नेता ताजदार आलम ने चौड़ा राजू गैंग संग मिलकर रची थी। रविवार को ताजदार आलम ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने ताजदार के साथी रहे कय्यूम मोमिन अंसारी और कादिर मोमिन को गिरफ्तार जेल भेज दिया है। दोनों आरोपियों के पास से पुलिस लूट का सामान बरामद नहीं कर सकी। अभी तक पुलिस निशा की लूटी गई स्कोडा कार और गहने बरामद नहीं हुए है। सूत्रों की माने तो चौड़ा राजू गैंग के अन्य सदस्य फरार है। पुलिस उनकी तलाश में चांडिल, आजाद नगर और कपाली में छापेमारी कर रही है। प्रेस वार्ता में सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि घटना में छह बदमाश शामिल थे। कई अन्य की भी संलिप्तता पाई गई है। सोनारी के निर्मल नगर के सदगुरू अपार्टमेंट की रहने वाली निशा की भाजपा नेता ताजदार आलम के साथ दो सालों से दोस्ती थी। निशा का आरोप है कि ताजदार उससे पहले भी 35 लाख रुपये ऐंठ चुका है। 24 जुलाई को ताजदार ने निशा को डोबो गांव में जमीन खरीदने के नाम पर ले गया था, जहां पूर्व प्लानिंग के अनुसार लूट को अंजाम दिया गया।
बार-बार बयान बदल रहा था
निशा कोड़ा के गुरुवार को सोनारी थाने में अपने परिचित भाजपा नेता ताजदार पर अपहरण और लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद शाम को ही ताजदार ने सिटी एसपी के सामने सरेंडर कर जो कहानी बताई वो किसी के गले नहीं उतर रही थी। पुलिस के कई सवालों का ताजदार जवाब नहीं दे पाया। जब वो फंसता तो बयान बदल देता। आखिर में वो टूट गया और जुर्म कबूल कर लिया।
निशा से 50 लाख लूटना चाहता था ताजदार
ताजदार ने निशा कोड़ा से जब जरूरत होती थी लाख-डेढ़ लाख रुपये लेता रहता था। वो पहले भी 35 लाख रुपये ले चुका था। पुलिस को बताया कि वो चाहता था कि एक बार में ही निशा से 50 लाख रुपये ऐंठ ले और उसे पता भी नहीं चले।
60 फीसद पर तय हुआ था शेयर
सिटी एसपी ने बताया कि ताजदार आलम ने गैंगस्टर चौड़ा राजू से मिल कर निशा कोड़ा से 50 लाख रुपये की लूट का प्लान बनाया था। प्लान था कि ताजदार जब स्कोडा से निशा को लेकर डोबो की तरफ आएगा तो चौड़ा राजू गैंग दोनों का अपहरण कर लेगा। ऐसा करना है कि निशा को भनक तक नहीं लगे कि ताजदार मिला हुआ है। निशा से मिलने वाले लूट के माल में 60 फीसद रकम ताजदार को और 40 प्रतिशत हिस्सा चौड़ा राजू गैंग को मिलना था।
14 जुलाई को बनाया था प्लान
सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि ताजदार ने निशा का अपहरण कर लूट का प्लान 14 जुलाई को तैयार किया था। दोनों ने कपाली में एक मकान में बैठ कर प्लान को अमली जामा पहनाने की रणनीति तैयार की थी। यही नहीं, ये लोग घटना को अंजाम देने तक बराबर फोन से संपर्क में थे।