SARAIKELA: तबरेज की मौत के पांच दिन बाद आज गुरुवार को उसके खरसावां के कदमडीहा स्थित घर में दिन भर मातमी सन्नाटा पसरा रहा। सुबह के समय गांव के कुछ लोग तबरेज के घर के आंगन में बैठ कर घटना के संबंध में विचार विमर्श करते हुए देखे गये। दोपहर के बाद साप्ताहिक हाट होने के कारण उसके घर से लोगों की भीड़ घट गयी। इस दौरान विभिन्न संगठनों से जुड़े कुछ लोगों को भी कदमडीहा पहुंच कर परिजनों को ढाढस बंधाते देखा गया। तबरेज की पत्नी के साथ साथ उसके परिवार के अन्य सदस्य प्रशासन से इंसाफ की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहना था कि दोषियों पर कार्रवाई व उन्हें इंसाफ चाहिये।
रो-रोकर बुरा हाल
तबरेज की पत्नी शहिस्ता परवीन का रो रो कर बुरा हाल था। शाइस्ता ने कहा कि उसे हर हाल में इंसाफ चाहिए। पिटाई करने वालों को कड़ी-कड़ी से सजा मिलनी चाहिए। पत्नी ने मुआवजे की भी मांग की है। शाइस्ता ने कहा कि जेल में पति का ठीक से इलाज नहीं कराया गया। इससे उसकी जेल में ही मौत हो गई। पास के कुछ घरों में ताला लटक रहे थे।
कानून-संविधान पर भरोसा
मृतक के चाचा मशरूम आलम का कहना है कि उन्हें कानून और संविधान पर पूरा भरोसा है। परिवार को न्याय मिले, इस दिशा में प्रशासन और सरकार को हर संभव कोशिश करनी चाहिए।
संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात
एसडीओ बशारत कयूम ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। अभी तक 11 गिरफ्तारियां हुई हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई हो रही है। संवेदनशील इलाकों में पुलिसबल तैनात किये गये हैं। शांति बहाली के लिए प्रशासन लोगों से बात कर रहा है। सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाह पर लोग को ध्यान नहीं देना चाहिए। बशारत कयूम की अगुआई में डीसी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम पुलिस की एसआईटी से अलग घटना की जांच कर रही है।