ष्ट॥न्यरुढ्ढन् : स्वामी विवेकानंद प्राइवेट आईटीआई कॉलेज में ¨प्रसिपल द्वारा पुलिस बुलाकर एक दलित छात्र की पिटाई करवाने के मामले ने शुक्रवार को तूल पकड़ लिया। नाराज छात्रों ने कॉलेज परिसर में जमकर बवाल काटा। आलम यह रहा कि सुबह 10 बजे से अपराहन 3 बजे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान छात्रों ने कॉलेज के सभी कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर निकाल दिया तथा मुख्य गेट को 5 घंटे तक जाम किए रखा। आखिरकार प्रखंड विकास पदाधिकारी लेखराज नाग एवं थाना प्रभारी मुकेश चौधरी के काफी समझाने तथा ¨प्रसिपल तरुण महंती द्वारा गलती स्वीकार कर माफी मांगने एवं छात्रों के एडमिट कार्ड में व्याप्त त्रुटि सुधारने का आश्वासन देने के बाद ही नाराज छात्र माने।
यह है मामला
विदित हो कि गुरुवार को आईटीआई कॉलेज में थर्ड सेमेस्टर के छात्र गौतम बेहरा एवं ¨प्रसिपल के बीच एडमिट कार्ड में गलत स्पे¨लग लिखे जाने को लेकर बकझक हो गई थी। इससे नाराज ¨प्रसिपल तरुण महंती ने कॉलेज परिसर में पुलिस बुलाकर छात्र की पिटाई करवा दी थी। इस मामले को लेकर शुक्रवार सुबह से ही माहौल गरमाया हुआ था। 10 बजते बजते पिटाई का शिकार छात्र अपने परिजनों एवं कई छात्र नेताओं के साथ कॉलेज पहुंचा। उसने कालेज के अन्य छात्रों से सहयोग करने का अनुरोध किया। उसके बाद सभी छात्र संगठित होकर कॉलेज के मुख्य गेट पर बैठ गए तथा नारेबाजी करने लगे।
¨प्रसिपल हटाओ आइटीआइ बचाओ के लगे नारे
गेट जाम कर बैठे छात्रों ने ¨प्रसिपल के कॉलेज पहुंचते ही जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। ¨प्रसिपल हटाओ आइटीआइ बचाओ के नारे लगने लगे। ¨प्रसिपल तरुण महंती ने छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। उनका ¨प्रसिपल से एक ही सवाल था कि अगर छात्र ने कोई उदंडता की थी तो आप उसे दो थप्पड़ लगा देते, अथवा उसके परिजनों को खबर करते, या फिर उसे निलंबित कर देते। लेकिन पुलिस बुलाकर कॉलेज कैंपस में अपराधी की तरह छात्र की पिटाई क्यों करवाई? इसके बाद छात्र ¨प्रसिपल के माफी मांगने तक आंदोलन करने पर अड़ गए।