JAMSHEDPUR: घर या आसपास सांप दिखे तो खुद जान बचाने का इंतजाम कर लीजिए। व वन विभाग के इंतजार में बैठे तो महंगा पड़ सकता है। जी हां, वन विभाग के पास सांप पकड़ने के लिए एक भी एक्सपर्ट नहीं है। जरूरत पड़ने एनजीओ का सहारा लिया जाता है। इस हिसाब से पूर्वी सिंहभूम जिले की आबादी 22,91,032 है, जबकि दो से तीन ही एक्सपर्ट हैं। खासकर बरसात के दिनों में घरों या लॉन में घुसने वाले सांपों के कारण आम लोगों को बहुत परेशानी होती है। वर्षों से वन विभाग इस समस्या से निजात पाने का दावा कर रहा है, लेकिन आज तक विभाग अपनी ही टीम नहीं बना सका है। शिकायत मिलने पर वन विभाग के जिम्मेदार शहर के एनजीओ या प्राइवेट एक्सपर्ट को बुलाते हैं।
एमजीएम में डेली स्नेक बाइट केस
कोल्हान के सबसे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में अगस्त से लेकर अब तक संाप काटने के 40 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिन में से दो की मौत इलाज के दौरान हो गई। लगभग हर साल जिले में 60 से 70 लोगों की मौत सांप काटने से हो रही है।
बरसात में खूब निकलते सांप
पूर्वी सिंहभूम जिला पहाड़ी श्रेत्र होने के कारण सांप निकलने की घटनाएं आम हो जाती हैं। इस मौसम में सांप काटने के कारण कई मौते भी होती हैं। जबकि सांप पकड़ने की वन विभाग के पास कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए मोहल्ले और आसपास जगहों पर घुसने वाले सांपों को लोग मार भी देते है। हालांकि सांपों को इस तरह से मारने से बचाने के लिए वन विभाग ने कई व्यवस्थाओं की शुरुआत की थी, लेकिन ना मैनपावर है और ना सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट ही तैयार हो सके। आलम ये है कि शहर के किसी भी इलाके में सांप निकलता है और उसकी कंप्लेंन वन विभाग से की जाती है तो एक्सपर्ट न होने से लोगों को ही इस समस्या से जूझना पड़ता है।
कंप्लेन पर भी नहीं पहुंचती टीम
लोगों का कहना है कि घरों में सांप निकलने की शिकायत वन विभाग के नंबर पर करते है, लेकिन रिस्पॉन्स ही नहीं मिलता। जबकि शिकायत दर्ज करने के लिए एक कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की गई है। वन विभाग का दावा है कि सांप निकलने की शिकायत मिलते ही एक्सपर्ट संबंधित जगह पहुंच जाते हैं।
खुली नाली में लगाएं जाली
अगर घर या आसपास संाप निकलने के मामले सामने आते हैं तो पहले अपने घरों की खुली नाली को जाली से पैक करा दें। अगर नाली का होल जाली से पैक रहेगा तो सांप घरों में प्रवेश नहीं कर सकेगा। ऐसे मामले बारिश के दिनों में ज्यादा सामने आते हैं।
वर्जन
सांपों की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभाग द्वारा लोगों के लिए फ्री सुविधा है। यह सुविधा 24 घंटे चालू रहेगी। हालांकि वन विभाग द्वारा वन कर्मचारी को सांप पकड़ने की ट्रेनिंग दी जाती है। अभी अगर कही सांप निकलने की सूचना मिलती है तो शहर के एनजीओ या प्राइवेट एक्सपर्ट को बुलाते हैं। अगर उनके आने जाने की सुविधा नहीं होती है तो वन विभाग द्वारा सुविधा मुहैया करवाया जाता है
-सीएमपी सिन्हा, फिल्ड डायरेक्टर, वन विभाग, झारखंड