CHAKRADHARPUR: माल लदान में चक्रधरपुर रेल मंडल प्रतिदिन नई नई कृतिमान बना रहा है। वहीं इस रेल मंडल में पैसेंजर ट्रेन कछुआ की गति से चल रही है। इससे यात्रियों का हाल बुरा है । बुधवार को ट्रेन नंबर 58011 हावड़ा आद्रा चक्रधरपुर पैसेंजर ट्रेन को सिनी से चक्रधरपुर की 35 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग ढाई घंटे का समय लग गया। यह स्थिति लगभग प्रतिदिन सभी पैसेंजर ट्रेनों का है । जब कि 31 जनवरी को दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक संजय कुमार मोहंती के दौरे के क्रम में 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने का स्पीड ट्रायल किया गया था। वर्तमान में पैसेंजर ट्रेन 130 किलोमीटर की रफ्तार से नहीं चल कर 15 किलोमीटर प्रतिघंटे के रफ्तार से चल रही है। ज्ञात हो कि हावड़ा आद्रा चक्रधरपुर पैसेंजर आद्रा रेलमंडल के नीमडीह स्टेशन पहुचने यह ट्रेन लगभग 2 घंटे लेट से चल रही थी। चक्रधरपुर रेल मंडल के सिनी स्टेशन आते आते आद्रा पैसेंजर तीन घंटे लेट से चलने लगी। सिनी स्टेशन में आद्रा पैसेंजर को सुबह 10:55 बजे से 11:53 बजे तक यानी एक घंटे रोक कर रखा गया। इसके बाद यह ट्रेन चक्रधरपुर स्टेशन 4 घंटे 10 मिनट लेट से दोपहर 01.20 बजे पहुंची थी। इसके कारण डैली पैसेंजर को परेशानी का सामना करना पड़ा ।
इस्पात एक्सप्रेस को राउरकेला से चक्रधरपुर आने में लगे 2 घंटे 40 मिनट
ट्रेन नंबर 12872 टिटलागढ़ हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस को राउरकेला से चक्रधरपुर की दूरी तय करने में लगभग 2 घंटे 40 मिनट लग गया। जिसके कारण इस्पात एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से साढ़े तीन घंटे लेट से चक्रधरपुर पहुंची थी । इस्पात एक्सप्रेस को 101 किलोमीटर की दूरी तय करने में 2 घंटे 40 मिनट लग गया। जिससे यह साफ पता चलता है इस रूट में ट्रेन 39 किलोमीटर प्रतिघंटे से चल रही है।
लड़की का चक्रधरपुर में इलाज
मुंबई मेल में सफर कर रही 11 वर्षीय बालिका का इलाज चक्रधरपुर स्टेशन किया गया। जानकारी के अनुसार उक्त बालिका का नाम मोनिका लियोपता है.वह अपने माता पिता के साथ ट्रेन नंबर 12809 सीएसटीएम मुंबई हावड़ा मेल के कोच नंबर बी 2 के बर्थ नंबर 59 में राउरकेला से हावड़ा तक का सफर कर रही थी। सफर के दौरान मोनिका को पेट दर्द उठ गया। मोनिका के पिता ने ट्रेन के टीटीई से डॉक्टर की सहायता मांगी। ट्रेन के चक्रधरपुर पहुचने पर रेलवे अस्पताल के डॉक्टर ने मोनिका की जांच कर दवा दी.इसके बाद मुंबई मेल हावड़ा के लिए रवाना हुई।