जमशेदपुर (ब्यूरो): स्कूलों के साथ ही विभिन्न माध्यमों से उन्हें वैक्सीनेट करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अब तक लक्ष्य से केवल आधे से थोड़ा ही ज्यादा किशोरों का वैक्सीनेशन हो सका है। इसे लेकर अब जिला प्रशासन द्वारा लगातार अन्य तरीके अपनाए जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्र में 55 परसेंट वैक्सीनेशन
डिस्ट्रिक्ट में टोटल वैक्सीनेशन के बात करें तो अब तक कुल लक्ष्य का केवल 64 परसेंट किशोरों का ही वैक्सीनेशन हो सका है। वहीं अगर शहरी क्षेत्र की बात करें तो यहां केवल 55-56 परसेंट किशोरों का ही वैक्सीनेशन हुआ है। इस धीमी गति के कारण सभी बच्चों का वैक्सीनेशन जल्द पूरा होने की उम्मीद कम ही लग रही है।
डोर-टू-डोर सर्वे शुरू
इधर लोगों को जागरुक करने और वैक्सीनेशन को स्पीड अप करने के लिए जिला प्रशासन ने सिटी में डोर-टू-डोर सर्वे कैम्पेन भी शुरू कर दिया है। इसके तहत वैक्सीनेशन टीम लोगों के घर तक पहुंच कर उनका टीकाकरण कर रही है। इसमें 15 से 18 वर्ष उम्र वर्ग के किशोरों के साथ ही उससे ऊपर उम्र वाले और बुजुर्ग, जिनका टीकाकरण नहीं हो सका है, उन्हें भी वैक्सीन दी जा रही है।
पेरेंट्स को किया जा रहा अवेयर
इस सर्वे की शुरूआत जमशेदपुर अक्षेस से की गई है। विगत 8 फरवरी से जेएनएससी के 11 थाना क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे चल रहा है। वैक्सीनेशन कोषांग के नोडल पदाधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि स्कूल प्रबंधन से भी जल्द से जल्द किशोरों का वैक्सीनेशन करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए टीम द्वारा बच्चों और पेरेंट्स को भी अवेयर किया जा रहा है, साथ ही स्कूल प्रबंधन से भी इस दिशा में पहल करने की बात कही गई है।स्कूल आनेवालें का ही टीकाकरण
वैसे देखा जाए तो कोविड वैक्सीनेशन के मामले में पूर्वी सिंहभूम जिला 64 परसेंट वैक्सीनेशन के साथ राज्य में दूसरे पायदान पर है। जिला प्रशासन स्कूलों के माध्यम से जिला प्रशासन इस अभियान को सफल करने में जुटा हुआ है। हालांकि जो किशोर स्टूडेंट्स स्कूल आ रहे हैं, उनका ही वैक्सीनेशन हो रहा है। बताया जा रहा है कि अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे किशोर स्टूडेंट्स हैं, जो किसी कारणवश स्कूल छोड़ चुके हैं। ऐसे में उन्हें चिन्हित कर उनका टीकाकरण किया जाना है। इसे लेकर भी एक्शन शुरू है।
जिला में वैक्सीनेशन के करीब 64 परसेंट टारगेट को पूरा कर लिया गया है और इसे शत प्रतिशत करने की दिशा में काम चल रहा है। वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने के लिए टीम द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे कर पेरेंट्स को अवेयर किया जा रहा है।
-राजीव रंजन, नोडल पदाधिकारी, वैक्सीनेशन कोषांग, ईस्ट सिंहभूम